म्यूजियम को घर बैठे दिखाने पर हो रही रिसर्च, प्लेसमेंट के लिए स्टूडेंट्स ले रहे ऑनलाइन ट्रेनिंग

म्यूजियम को घर बैठे दिखाने पर हो रही रिसर्च, प्लेसमेंट के लिए स्टूडेंट्स ले रहे ऑनलाइन ट्रेनिंग
म्यूजियम को घर बैठे दिखाने पर हो रही रिसर्च, प्लेसमेंट के लिए स्टूडेंट्स ले रहे ऑनलाइन ट्रेनिंग
म्यूजियम को घर बैठे दिखाने पर हो रही रिसर्च, प्लेसमेंट के लिए स्टूडेंट्स ले रहे ऑनलाइन ट्रेनिंग

I AM BHOPAL । आज राष्ट्रीय तकनीक दिवस यानी नेशनल टेक्नोलॉजी डे है। तेजी से बदलती तकनीक से हमारे आसपास कई बदलाव हो रहे हैं और इससे जीवन आसान बन रहा है। वहीं देशभर में लगे कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में बहुत सारे स्टार्टअप्स, कॉलेज और यूनिवर्सिटी ने अपने-अपने आयोजन थर्ड पार्टी एप्स या नई टेक्नोलॉजी से जोड़कर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। ऐसा इसीलिए भी किया जा रहा है कि अभी किसी को भी अंदाजा नहीं की लॉकडाउन कितने दिन और चलेगा। ऐसे में आईएम भोपाल ने सिटी के प्रमुख कॉलेज, स्टार्टअप्स और ऑनलाइन कर रहे आयोजनकतार्ओं से बात कर जाना की लॉकडाउन के समय और लॉकडाउन के बाद टेक्नोलॉजी कितनी जरुरी और कारगर होगी।

 स्टार्टअप्स के लिए ऑनलाइन लर्निंग सेशंस के साथ ट्रेनिंगआयोजित कर रहे है

टेक्नोलॉजी का उपयोग अब जरिए कराएंगे म्यूजियम का वर्चुअल टूर हर सेक्टर की जरूरत है। इसमें शिक्षा भी इससे अछूता नहीं है। आईसेक्ट द्वारा भी अब शिक्षा को डिजिटल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत रबींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी गई है, जिससे स्टूडेंट्स की शिक्षा प्रभावित ना हो। सिर्फ इतना ही नहीं, इसके अलावा फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को ऑनलाइन प्लेसमेंट सपोर्ट भी दिया जा रहा है। आरएनटीयू अपने स्टार्टअप्स के साथ लगातार जुड़ा हुआ है और स्टार्टअप्स के लिए ऑनलाइन लर्निंग सेशंस आयोजित कर रहा है। हाल ही में बी-हाइव कैपिटल एडवाइजर प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर भूषण वी गजारिया द्वारा " एक्सप्लोरिंग स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट पोस्ट कॉविड 19 " विषय पर एआईसी - आरएनटीयू स्टार्टअप्स के ऑनलाइन सेशन ऑर्गनाइज किए । साथ ही स्टार्टअप द्वारा राहत कार्य में भी सहायता की जा रही है। इसमें 'गाड़ी रिपेयर' कॉरोना वॉरियर्स को 24 घंटे इमरजेंसी रोड साइड असिस्टेंस नि:शुल्क उपलब्ध करा रहा है। विभिन्न उद्योगों के द्वारा वर्क फ्रॉम होम कराया जा रहा है जो कि टेक्नोलॉजी के साथ जुड़कर कार्य करने की आदत डालने में सहायक होगा। -सिद्धार्थ चतुर्वेदी,डायरेक्टर, आईसेक्ट ग्रुप

 स्टूडेंट्स के पर्सनल इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन भी होंगे आॅनलाइन,फैकल्टी करा रही प्रिपरेशन 

जब से लॉकडाउन हुआ है तभी से स्टूडेंट्स का ध्यान रखते हुए हमने आईईएस यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग, फार्मेसी के टीचर्स के लिए महीने भर में करीब 1000 वेबिनार सेशंस किए है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए इंडस्ट्री के लिए प्लेसमेंट वाले स्टूडेंट्स के लिए 15 अलुम्नाय के सेशन किए है,ताकि स्टूडेंट्स को गाइडेंस मिल सके। कुछ कंपनीज प्लेसमेंट के लिए ऑनलाइन ही स्टूडेंट्स से उनका सीवी बुला रही है और जरुरी स्किल्स है उनके लिए फैकल्टी पूरी तरह ऑनलाइन गाइड कर रहे है। प्लेसमेंट हो सकता है कोरोना वायरस के चलते लेट हो जाए। पर स्टूडेंट्स की तैयारी में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रख रहे है और सभी ऑनलाइन होगा। पहले भी सेल्फ असिस्मेंट टेस्ट आॅनलाइन होता था, लेकिन अब पर्सनल इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन भी आॅनलाइन करेंगे। - बीएस यादव, आईईएस यूनिवर्सिटी चांसलर

 यूट्यूब पर होंगे कार्यक्रम और वेबसाइट के टेक्नोलॉजी का उपयोग अब जरिए कराएंगे म्यूजियम का वर्चुअल टूर

आने वाला समय सोशल डिस्टेंसिंग की मांग कोरोना वायरस के इफेक्ट के चलते बढ़ा दी है। ऐसे में टेक्नोलॉजी है जो सांस्कृतिक रूप से जोड़े रखने का सार्थक माध्यम रहेगी। ऐसा संभव नहीं होगा की सारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बंद कर दिया जाए। इसलिए जनजातीय संग्रहालय ने यूट्यूब के जरिए कलाकारों द्वारा संस्कृति विभाग की एक्टिविटीज चैनल के माध्यम से प्रेजेंट किया जाएगा। अभी रोजाना कलाकारों को टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनसे वीडियोज भी मंगवाए जा रहे है, जिन्हें संस्कृति विभाग के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया जाएगा। साथ ही अभी कुछ रिसर्च और प्लान भी किया जा रहा है जहां लोग घर बैठे म्यूजियम का वर्चुअल टूर किया जा सके। इसमें पर म्यूजियम से जुड़ी जानकारी भी दी जाएगी। -अशोक मिश्रा, क्यूरेटर, जनजातीय संग्रहालय