१३ रु.उत्पाद शुल्क बढ़ाकर सस्ते क्रूड का फायदा नहीं दिया, 2 दिन में 1.20 रु. बढ़े पेट्रोल के दाम

१३ रु.उत्पाद शुल्क बढ़ाकर सस्ते क्रूड का फायदा नहीं दिया, 2 दिन में 1.20 रु. बढ़े पेट्रोल के दाम

नई दिल्ली/भोपाल ।  पेट्रोल, डीजल की कीमतों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन 60 पैसे प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की गई। दरअसल, तेल कंपनियों ने 83 दिनों के अंतराल के बाद रविवार से कीमतों की रोजाना समीक्षा शुरू की है। इसके तहत दोनों दिन कीमतों में इजाफा किया गया। गौरतलब है कि मार्च से अप्रैल तक इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतें काफी गिरी थीं। तब सरकार ने जनता को राहत न देते हुए पेट्रोल पर 13 और डीजल पर 16 रुपए उत्पाद शुल्क बढ़ाया था। अब कंपनियों ने फिर से कीमतें बढ़ानी शुरू कर दी है।

 दो बार बढ़ाई ड्यूटी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होते ही सरकार ने 16 मार्च को पेट्रोल- डीजल पर उत्पाद शुल्क 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया था। 6 मई को एक बार फिर सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ा लिया था। इससे जनता को सस्ते क्रूड का फायदा नहीं मिल पाया।33 पेट्रोल पर 32.98 , डीजल पर 31.83 रुपए उत्पाद शुल्क

 वर्तमान में पेट्रोल पर 32.98 रुपए लीटर और डीजल पर 31.83 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क

है। तेल कंपनियों ने हालांकि, उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का भार ग्राहकों पर नहीं डाला है। मोदी सरकार ने मई 2014 में जब पहली बार सत्ता संभाली थी तब पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपए लीटर और डीजल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर था। कोरोना के कारण कच्चे तेल की कीमत एक दशक के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंची थी। भारत अपनी जरूरत का 85%तेल आयात करता है।