नौतपा का सातवां दिन : उमस से परेशान रहे शहरवासी
Nautpa

ग्वालियर। महानगर में रविवार को सुबह से शाम तक निकली तेज धूप से दिन भर लोग भीषण उमस से परेशान रहे। जिसके प्रभाव दिन पारे में 2.0 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं रविवार की सुबह तड़के ही वर्षा के कारण रात के पारे में 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार एक सिस्टम ग्वालियर-चंबल संभाग के ऊपर बन हुआ है, जिसकी वजह से आगामी 48 घंटों के दौरान ग्वालियर-चंबल संभागों में तेज धूल भरी आंधी के साथ गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। रविवार को जब लोगों की नींद खुली तो आसमान साफ था, लेकिन तड़के हुई वर्षा के बाद धरती पानी से गीली थी तथा हवा में नमी बढ़ जाने से गुलाबी ठंडक का अहसास हो रहा था। जैसे ही भगवान भास्कर अपनी तेज किरणें धरती बिखेरीं, वैसे धीरे-धीरे वातावरण में घुली नमी की मात्रा तेजी से कम होने और धरती कुछ ही देर में सूख गई। सुबह 11.30 बजे के लगभग तेज धूप ने अपना दिखाना शुरू कर दिया था, जिसके कारण वातावरण में तेज उमस से लोग परेशान रहे। इस दौरान पारा 31 डिग्री सेल्सियस से ऊपर निकल चुका था। दोपहर 2.30 बजे के लगभग पारा 34 डिग्री सेल्सियस के अंक को पार कर गया। इस दौरान धूप अपने चरम पर थी और लोगों भीषण उमस के कारण चिपचिपे पसीना परेशान कर रहा था, जिससे राहत पाने के लिए लोगों ने कूलर के स्विच आॅन किए , तब तक उन्हें कुछ राहत मिल की। दोपहर 4.00 बजे के लगभग पारा अपने उच्चतम स्तर 36.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था, जिससे लोग तेज गर्मी से परेशान रहे। इसके बाद पारा एक बार फिर से गिरना शुरू हो गया था, जो शाम 5.30 बजे के लगभग 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम 6 बजे के लगभग आसमान हल्के काले बादल उमड़ने-घुमड़ने लगे और तेज हवाएं चलती रही, जिनके देखकर ऐसा लग रहा था कि अब की तब पानी बरस सकता है। मौसम विभाग ने रविवार को अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज हुआ व न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य 5.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। आज क्या : मौसम अनुसंधान केंद्र थाटीपुर के प्रभारी अधिकारी सीके उपाध्याय ने बताया कि दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे लगे मध्य पूर्व अरब सागर के पास एक निम्न दाब का क्षेत्र बन रहा है। जिसके कारण 1 जून, 2 जून, 4 जून, 5 जून, 6 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वहीं इसके प्रभाव से केरल में मानसून अपने निर्धारित तिथि 25 जून को दस्तक देने की प्रबल संभावना बन रही है।
इस बार मई माह में 40.5 मिमी हुई वर्षा
पिछले वर्ष मई माह में हुई वर्षा की तुलना में इस बार 5.8 मिली मीटर अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिससे ज्ञात होता है कि पिछले साल भी नौतपा वर्षा के कारण ठंड ही बीते थे। मौसम विभाग के अनुसार 2019 के मई माह में कुल वर्षा 34.7 मिली मीटर रिकार्ड हुई थी, जो इस 2020 के मई माह की कुल वर्षा 40.5 मिली मीटर की तुलना में 5.8 मिली मीटर कम रिकार्ड की गई है।