झोंतेश्वर में 5 से चातुर्मास करेंगे शंकराचार्य आॅनलाइन प्रवचन सुन सकेंगे भक्त

झोंतेश्वर में 5 से चातुर्मास करेंगे शंकराचार्य आॅनलाइन प्रवचन सुन सकेंगे भक्त

जबलपुर । ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 69 वां चातुर्मास इस वर्ष नरसिंहपुर जिले की श्रीधाम क्षेत्र के परमहंसी गंगा आश्रम झोंतेश्वर में 5 जुलाई से प्रारंभ होगा। उनके साथ दंडी स्वामी सदानंद सरस्वती भी चातुर्मास करेंगे। कोरोना संकट के चलते इस बार चातुर्मास में प्रवचन सुनने अधिक लोग नहीं शामिल हो सकेंगे लिहाजा प्रतिदिन होने वाले प्रवचनों को भक्तजन आॅन लाइन सुन व देख सकेंगे। गौरतलब है कि शंकराचार्य महाराज के अधिकतर चातुर्मास देश के अन्य हिस्सों में ही हुए हैं। उनकी तपस्थली झोंतेश्वर में उनके गिने-चुने चातुर्मास ही हुए हैं। पिछले 30 वर्षों में ही यहां वर्तमान चातुर्मास के मिलाकर 3 चार्तुमास ही हुए हैं,इस कारण स्थानीय व आसपास के लोगों में चातुर्मास का लाभ लेने की प्रबल आकांक्षा है। चूंकि वर्तमान समय में कोरोना महामारी चल रही है और इसकी वजह से अधिक लोग एक साथ एकत्र नही हो सकते। यही कारण है कि महाराज श्री की आईटी टीम ने उनके नित्य प्रवचनों को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का निर्णय लिया है।

69 वां चातुर्मास

शंकराचार्य जी के निजी सचिव ब्रम्हचारी सुबुद्धानंद ने बताया कि शंकराचार्य महाराज का यह 69 वां चातुर्मास है। अल्प आयु में ही वे ब्रम्हचारी की दीक्षा लेकर साधु समाज में शामिल हो गए थे। जल्द ही उन्हें दंड सन्यास भी उनके गुरू से मिला। इसके बाद से उन्होंने चातुर्मास प्रारंभ कर दिए थे। कोलकाता, पुणे, वाराणसी, जयपुर, त्रयंबकेश्वर, उत्तराखंड, झारखंड सहित कई महानगरों व प्रांतों में उनके चातुर्मास संपन्न हुए हैं।

द्वारका पीठ के व्यवस्थापक हैं दंडी स्वामी सदानंद

दंडीस्वामी सदानंद सरस्वती महाराज शंकराचार्य जी के अनन्यतम शिष्य हैं। अब तक शंकराचार्य महाराज ने केवल 2 ही ब्रम्हचारियों को सन्यास की दीक्षा दी है जिसमें स्वामी सदानंद सहित वाराणसी श्रीविद्यामठ के अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शामिल हैं। जो कि वाराणसी में पूज्य महाराज श्री के निर्देश पर चातुर्मास कर रहे हैं। स्वामी सदानंद द्वारका पीठ के व्यवस्थापक हैं और ज्यादातर समय वहीं रहते हैं। वे महाराजश्री के निर्देश पर यहां चातुर्मास करने आए हैं।