सूर्य ग्रहण आज रात से ही सूतक शुरू मंदिरों के पट हुए बंद

जबलपुर रविवार को आषाढ़ मास की अमावस्या है। इसी दिन सूर्य ग्रहण भी है। यह इस वर्ष का पहला और आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। ग्रहण का सूतक शनिवार की रात्रि से लग गया है। सूतक शुरु होंने के बाद ग्रहण खत्म होंने तक पूजा-पाठ नहीं की जाएगी। सूतक काल में सिर्फ मंत्रों का जाप करना चाहिए। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार ग्रहण का सूतक रात्रि साढ़े 10 बजे से शुरु होगा। ग्रहण रविवार की सुबह साढ़े 10 बजे से प्रारंभ होगा,मोक्ष दोपहर 2 बजे होगा। सुबह से पड़ने वाला सूर्य ग्रहण मिलाजुला असर देने वाला है। भोपाल के ज्योतिषाचार्य आचार्य राजेश ने बताया कि यह सूर्य ग्रहण सभी राशियों के लिए वैसे तो शुभ होगा, लेकिन कुछ सावधानियां भी रखनी होंगी, जिनके बिना शुभ फलों में कमी आ सकती है। आचार्य राजेश ने सभी राशियों के लिए वो उपाय भी बताए हैं, जिनकी मदद से हम ग्रहण के होने वाले अशुभ फलों को कम कर सकते हैं।
ग्रहण के बाद कर सकेंगे पूजन
पंडित वासुदेव शास्त्री ने बताया कि ग्रहण खत्म होंने के बाद सबसे पहले घर की साफ-सफाई करें। स्नान के बाद घर के मंदिर में स्थापित भगवान की प्रतिमाओं को स्नान कराएं। वस्त्र,हार-फूल आदि शुभ चीजें अर्पित करें। विधि वधान से पूजा करें।
यह है वैदिक मान्यता
हिंदु सनातन,वैदिक मान्यता अनुसार ग्रहण काल ईश्वर पर संकट का काल होता है। भारतीय ज्योतिष और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस समय किया गया जप और तप कई गुना फलदायी हो जाता है। यह जप और तप यदि पवित्र नदियों के तट अथवा तीर्थ स्थलों, शक्तिपीट, धार्मिक स्थानों पर हो जाए तो इसका असर और कई गुना माना जाता है, लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रशासन सभी से घर पर रहकर ही पूजन- अर्चन की अपील की है।
कोरोना से पलट गए समीकरण
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण सामान्य दिनों की भांति पड़ने वाले चंद्र या सूर्य ग्रहण में कोरोना के चलते एवं कलेक्टर के आदेश अनुसार मठ-मंदिरों सहित नर्मदा तटों पर भक्तों का सैलाब नहीं उमडे गा बल्कि घरों पर ही रहकर लोग पूजा- पाठ व जप करेंगे। कोरोना के अलर्ट के कारण सभी धार्मिक,सामाजिक समीकरण उलट-पलट हो गए है।
इन राशियों पर ऐसा रहेगा सूर्य ग्रहण का प्रभाव
मेष :सब शुभ है। 15 जुलाई तक वाहन चलाने में सावधानी रखें। शंकर ध्यान करें। वृषभ :प्रगति होगी। परिवार से विवाद टालें। एक माह गेहूं, ज्वार, चावल दान करें। मिथुन :तनाव मुक्त रहें। गीता या गुरु मंत्र जाप करें। भोजन दान करें। कर्क :अप व्यय से बचें, प्रमोशन होगा, रुके काम बनेंगे। श्याम वर्ण को भोजन दान करें। सिंह :शुभ है, मौन रहें। मेटल सिक्के का दान करें। कन्या : शुभ है, यात्रा टालें। भजन और व्रत करें। धन-वस्त्र दान करें। तुला :भाग्य वर्धक है,गस्सा न करें। ग्रंथ, गीता पढ़कर हवन करें। वृश्चिक :स्वास्थ्य का ध्यान रख साधना करें। चावल दान करें। धनु : बहुत शुभ है। जीवन साथी से विवाद न करें। धन दान करें। मकर :विवादों में विजय, आर्थिक लाभ होगा। शिव मंत्र जाप करें। कुंभ :बहुत शुभ भाग्य बढ़ाएगा। व्रत दान और हवन करें। मीन :लाभकारी है। धन-भोजन दान करें। गंगाजल से स्नान करें।