सोलर प्लांट का काम शुरू बचेगा बिजली का खर्चा

Solar plant

सोलर प्लांट का काम शुरू बचेगा बिजली का खर्चा

ग्वालियर। जेएएच के अस्पतालों में अब बिजली गुल होने की वजह से मरीज का उपचार नहीं रूकेगा। जीआरएमसी प्रबंधन जेएएच समूह के कमलाराजा अस्पताल में सोलर प्लांट लगाने का शुरू कर दिया गया है, यह प्लांट लगने से न केवल मरीजों को फायदा होगा, बल्कि प्रबंधन को सस्ते में बिजली मिल पाएगी। जीआरएमसी प्रबंधन की माने तो शुरूआत में कंपनी यह प्रोजेक्ट कमलाराजा अस्पताल में लगाएगी उसके बाद, जेएच, न्यूरोलॉजी, ओपीडी, ट्रॉमा सेंटर सहित मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर लगाया जाएगा, जो कंपनी इसमें यह कार्य कर रही है उसके व प्रबंधन के साथ एक डील भी हुई है इसके मुताबिक जेएएच के अस्पताल में जितनी बिजली खपत होगी उसका भुगतान 1.17 पैसे प्रतियूनिट के हिसाब से किया जाएगा। इसके साथ ही जो अतिरिक्त बिजली उत्पन्न होगी उसको यह कंपनी बिजली विभाग को बेचेगा, यानि की कंपनी को भी यहां से फायदा होगा। जानकारी के मुतबिक जेएएच व जीआरएमसी में 1000 किलोवाट के प्लांट की आवश्यकता है, क्योंकि जेएएच में 575.69 किलोवाट लोड की जरूरत पड़ेगी।

सालों से अटका है प्रोजेक्ट

सोलर प्लांट का यह प्रोजेक्ट अभी हाल का नहीं है बल्कि करीब 6 सालों से अटका हुआ है। वर्तमान डीन डा. अयंगर के समय यह योजना बनाई गई थी उसके बाद मप्र ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड ग्वालियर ने मप्र उर्जा विकास निगम भोपाल को पत्र भेजा था। इसके बाद तीन कंपनियों ने प्लांट लगाने के लिए आवेदन भी किया था। दिसंबर 2018 में सोलर प्राइवेट लिमिटेड की टीम ने जेएएच की न्यूरोलॉजी, कमलाराजा, आईसीयू, ओपीडी एवं ट्रॉमा सेंटर की छतों का सर्वे किया था। इसके बाद वर्ष 2019 अप्रैल में यह प्रोजेक्ट लेट होने पर तत्कालीन संभागायुक्त महेशचंद्र चौधरी ने भी इस प्रोजेक्ट को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन उनके आदेश को भी एक साल से अधिक का समय बीत गया है। सोलर प्लांट लगाने का प्रोजेक्ट मेरे पूर्व कार्यकाल के समय हैं पूर्व डीन ने इसे ठंडे बस्ते डालकर केवल केआरएच में लगाने का फैसला लिया था। सोलर प्लांट जेएएच के अस्पताल के साथ ही जीआरएमसी भी लगेगा। प्रोजेक्ट लगाने वाली कंपनी हमें एक 1 रुपए 17 पैसे प्रति यूनिट की हिसाब से बिजली देगी, अतिरिक्त बिजली को बेचेगी।