कैरी बैग से बने मास्क लगाने से घुट रहा दम, सांस लेने में तकलीफ के बढ़े मरीज

भोपाल। जुबैर सिद्दीकी को कई दिनों से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। मास्क लगाने के बाद उनका दम घुटने लगता था। जुबैर ने डॉक्टर को यह समस्या बताई, तो डॉक्टर ने उनका मास्क देखकर कहा कि यह कॉटन प्लस सिंथेटिक का बना हुआ है, जिसका कैरी बैग बनाया जाता है। डॉक्टर ने कॉटन का मास्क लगाने की सलाह दी। कॉटन का मास्क लगाने के बाद से जुबैर की परेशानी खत्म हो गई। इस समस्या से सिर्फ जुबैर सिद्दीकी ही नहीं, बल्कि तमाम लोग गुजर रहे हैं। दरअसल, इन दिनों बाजार में कैरी बैग के लिए इस्तेमाल होने वाले मैटेरियल से मास्क बनाए जा रहे हैं। ये मास्क बाजार में कम कीमत में उपलब्ध हैं, जो कॉटन प्लस सिंथेटिक मैटेरियल के बने होते हैं। एक अनुमान के मुताबिक भोपाल शहर में प्रतिदिन इस तरह के मास्क की खपत करीब 5 लाख है।
डॉ. नायक बोले- मास्क पहनें, पर लगातार पहनने से हो सकता है हाइपरकेप्निया
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाना बहुत जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं है कि लोग हमेशा ही मुंह पर मास्क ही पहने रहें। क्योंकि लंबे समय तक मुंह पर मास्क लगाए रखने के कारण लोग हाइपरकेप्निया का शिकार हो सकते हैं। जेपी अस्पताल के रेसीडेंट डॉक्टर सचिन नायक ने बताया कि मास्क पहनने से मुंह और नाक से छोड़ी गई कार्बन डाइआॅक्साइड दोबारा से मुंह और नाक के जरिए फेफड़ों तक जाती है।