बिजली कंपनी के खिलाफ पार्टी कार्यालय में धरना दे दिया सुनील शर्मा ने
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ग्वालियर। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सुनील शर्मा ने बिजली कंपनी की हठधर्मी के खिलाफ रविवार को पार्टी कार्यालय में ही सुबह दस बजे से दोपहर 2 बजे तक धरना दे दिया। कांग्रेस ने बिजली कंपनी के दफ्तर सहित कई अन्य जगह पर धरना देने की अनुमति मांगी थी लेकिन नहीं मिली । इसीलिए पार्टी कार्यालय में धरना देने का अनूठा फैसला करना पड़ा। किसी विभाग की करतूतों के खिलाफ किसी भी पार्टी के दफ्तर में धरना देने का यह अपनी तरह का पहला मामला था। वैसे पांच-छह लोगों के साथ कोई भी व्यक्ति गांधी उद्यान में बापू की प्रतिमा स्थली पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ धरना दे सकता था लेकिन सुनील शर्मा ने पार्टी कार्यालय को उपयुक्त स्थान समझा। जबकि वे तो बिजली कंपनी या जोनल दफ्तर पर बड़ा धरना देने की योजना में थे लेकिन लॉक डाउन के कारण अनुमति नहीं मिली तो उन्होेंने लोगों की पीड़ा सुनाने के लिए पार्टी कार्यालय को अच्छी जगह माना । बिजली कंपनी की गड़बड़ियों की खबर भोपाल पीसीसी तक जाएगी और वहां से सरकार पर इस बात के लिए दबाव बनाया जा सकता है कि बिजली कंपनी लॉक डाउन के दौर में उद्यमियों, लघु उद्यमियों और घरेलू लोगों के ऊपर बिजली के भारी -भरकम बिलों का बोझ क्यों डाल रहे हैं? लॉक डाउन के चलते किसी भी दफ्तर, कंपनी या उद्योग से फिक्स्ड चार्ज नहीं लिया जाएगा। यूनिट के हिसाब से बिल होंगे, यह सब कहने के बाद भी बिजली कंपनी अब मनमानी पर उतारू हो गई है।
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ध्यान
पार्टी कार्यालय में सुनील शर्मा और उनके समर्थकों द्वारा दिए गए धरना के वक्त सभी कार्यकर्ताओं ने वहां धरना देने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा। दो से तीन मीटर की दूरी का ख्याल रखते हुए सभी लोग दूर-दूर ही बैठे। कार्यालय में धरना देने के लिए कई कार्यकर्ता बैठने के लिए आए। सुनील शर्मा ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो कांग्रेस सड़कों पर आकर संघर्ष करेगी। उन्होंने सपाट शब्दों में कहा है कि दो दिन के भीतर सभी बिलों को माफ नहीं किया तो बड़ा आंदोलन होगा। धरना पर बैठने वालों में शहर अध्यक्ष डा.देवेन्द्र शर्मा, नवीन भदकारिया, मुनेन्द्र भदौरिया, पूर्व पार्षद विकास जैन, राजू भदौरिया, माठू यादव, केशव मांझी, लक्ष्मीनारायण कुशवाह, सरमन राय, राजेश कुशवाह, सहित कई लोग मौजूद थे।