ढाई माह बाद खुले मंदिरों के पट खुले
Temples opened after two and a half months

ग्वालियर। कोरोना के संक्रमण से भक्तों के बच्चों के लिए भारत सरकार, राज्य सरकार की गाइड के लाइन के बाद जिला प्रशासन द्वारा शहर के सभी मंदिरों के पट भक्तों के लिए दर्शनों के लिए बंद दिए थे, गतदिवस पुन: भारत सरकार व राज्य सरकार की गाईड जारी होने के बाद ढाई माह बाद सोमवार को शहर के सभी मंदिरों के पट दर्शनार्थियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दर्शनों के लिए खोल दिए गए हैं। जहां मंदिर प्रशासन द्वारा राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार पूर्ण व्यवस्थाएं दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराईं गईं हैं।
अचलेश्वर मंदिर
अचलेश्वर सार्वजनिक न्यास के अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल ने बताया कि राज्य शासन की गाइड लाइन के अनुसार अभी सिर्फ श्री रामदरबार मंदिर व बाबा अचलनाथ के पट भक्तों के दर्शनार्थ खोले दिए हैं, जहां भक्तों को दूर से भगवान के दर्शन कराए जा रहे हैं। यहां अभी प्रसादी व फूलमालाएं, अगरबत्ती, धूपबत्ती व दीपक को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया है। यहां सुबह से भक्तों दर्शनों के लिए आने शुरू हो गए थे, जिन्हें हाथ-पैर धोने के बाद सैनेटाइज कराया व इसके पश्चात सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्तों को श्री रामदरबार व बाबा अचलनाथ के दूर से दर्शन कराने के बाद मंदिर से बाहर कर दिया गया।
सांर्इं बाबा मंदिर
विकास नगर स्थित सांई भक्त मंडल ट्रस्ट द्वारा संचालित सांई बाबा मंदिर के पट भारत सरकार व राज्य शासन की गाइड लाइन के अनुसार सोमवार को सुबह खोल दिए गए। जहां की गाइड लाइन का पालन करते हुए लोगों को सांई बाबा के दर्शन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कराए गए। अभी किसी भी भक्त के प्रवेश को सांई बाबा के दरबार में वर्जित किया गया है। दर्शनार्थियों को दरबार के बाहर से ही सिर्फ दर्शन कराए जा रहे हैं तथा मंदिर प्रांगण में भक्तों को एकत्रित होने नहीं दिया जा रहा है। मंदिर में पूजन सामग्री व प्रसादी ले जाने को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है।
मंशापूर्ण हनुमान मंदिर
राज्य शासन की गाइड लाइन के अनुसार शास्त्री ब्रिज के नीचे स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पट भक्तो ंके लिए खोल दिए गए हैं, जहां दर्शनार्थी शासन की गाइड लाइन के नियमों का पालन करते हुए प्रवेश कर भगवान के दर्शन कर रहे हैं, अभी मंदिर में प्रसादी व पूजन सामग्री ले जाने पर पूर्ण रूप मंदिर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। जहां लोगों को मंदिर में प्रवेश से पूर्व ही पूर्ण रूप से सैनेटाइज व हमेशा मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है।