लद्दाख सीमा पर तनाव जारी चीन के २० हजार जवान तैनात

लद्दाख सीमा पर तनाव जारी चीन के २० हजार जवान तैनात

जम्मू। भारतीय सेना ने लद्दाख के मोर्चे पर तनाव के लंबा चलने के मद्देनजर अपनी रक्षा तैयारियां आरंभ कर दी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बातचीत के दौर के साथसाथ चीन न लद्दाख में एलएसी पर 20 हजार के करीब जवानों को तैनात कर दिया गया है तथा 10 हजार अतिरिक्त सैनिकों को भी तिब्बत के इलाके से एलएसी तक पहुंचने का फरमान सुना दिया गया है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना की ओर से भी तीन डिवीजन को लद्दाख के मोर्चे पर तैनात किया जा चुका है। दोनों ही पक्षों द्वारा टैंकों, तोपखानों और एयर डिफेंस रक्षा प्रणाली के तहत मिसाइलों को भी तैनात कर दिया गया है। एलएसी पर दोनों देशों की जिस तरह की तैयारियां हैं उससे नहीं लगता ये विवाद इतनी जल्दी शांत होगा।

पीएम ओली को मिला इमरान खानका साथ

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। ओली फिलहाल अपनी पार्टी में विद्रोह के लिए भारत को दोषी ठहराने के बाद सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर खुद को अलग- थलग पा रहे हैं। नेपाल के पीएम ओली ने रविवार को अपने विरोधियों पर सत्ता से बाहर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। इसके साथ-साथ ओली ने यह भी कहा कि लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को नेपाल के हिस्से के रूप में चित्रित करने वाले देश के नए नक्शे को प्रकाशित करने को लेकर भारत उनको सत्ता से बेदखल करना चाहता है। दूसरी ओर ओली की पार्टी के वरिष्ठ नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि ओली ने जो आरोप लगाए हैं उसको साबित करें, अगर नहीं कर पाते हैं तो वे इस्तीफा दे दें। ऐसे में अब ओली का साथ देने के लिए इमरान खान आगे आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस्लामाबाद ने नेपाल के विदेश मंत्रालय को ओली से बात करने के लिए एक मैसेज भेजा है ताकि इमरान खान के फोन कॉल के समय ओली से बात हो सके।

लद्दाख जाएंगे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली। लद्दाख में भारत-चीन विवाद के बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना की तैयारियों का जायजा लेने और सेना के घायल जवानों से मिलने के लिए शुक्रवार को लद्दाख जा रहे हैं। इस बीच राजनाथ के साथ आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी होंगे। जनरल नरवणे एक हते पहले भी लेह-लद्दाख का दौरा कर चुके हैं।बता दें कि एलएसी पर चीन ने जिस तरह से आक्रामक रुख अपनाया हुआ है, उसे देखते हुए पूर्वी लद्दाख में सुरक्षा के ताजा हालात क्या हैं, राजनाथ इसका जायजा लेंगे। रक्षा मंत्री का यह दौरा चीन के लिए साफ संदेश होगा। साथ ही रक्षा मंत्री के पहुंचने से जवानों का हौसला भी बढ़ेगा।

चीनी सेना नहीं हटी, तो सियाचिन अनुभव का होगा उपयोग

एक अधिकारी ने बताया, अगर सितंबर से पहले चीनी सेना लद्दाख के 6 के करीब विवादित क्षेत्रों से पीछे नहीं हटी तो भारतीय सेना को सियाचिन व करगिल के मोर्चे के अनुभव का इस्तेमाल करना होगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के पास उस सियाचिन हिमखंड में लड़ने और रुकने का भी अनुभव है, जो दुनिया का सबसे ऊंचाई वाला युद्धस्थल माना जाता है।