सूने पड़े रहे नर्मदा के तट सख्ती से करवाया कलेक्टर के प्रतिबंधात्मक आदेश का पालन

जबलपुर । जिला प्रशासन ने नर्मदा तटों पर लगती भीड़ और स्वच्छंदता को लेकर गत दिवस 2 दिन के लिए नर्मदा तटों पर लॉक डाउन लगाया है। पहले दिन ही इस आदेश का पालन कड़ाई से करवाया गया। सर्वाधिक भीड़ चूंकि ग्वारीघाट में लगती है लिहाजा यहां पुलिस की कड़ाई नजर आई। यहां तक कि कुछ खारी विसर्जन करने आए लोगों को भी नहीं जाने दिया गया। आदत के मुताबिक लॉक डाउन लगे होने के बावजूद कई लोग ग्वारीघाट पहुंच गए। जिन्हें तट के करीब फटकने नहीं दिया गया। इन लोगों ने रोष भी जताया मगर पुलिस प्रशासन ने इस रोष को सरासर दरकिनार कर दिया और कड़ाई से लोगों को हटा दिया गया। गौरतलब है कि विगत ढाई माह तक जारी रहे टोटल लॉक डाउन में नर्मदा का जलस्तर बेहद स्वच्छ हुआ था। इसके बाद जैसे ही लॉक डाउन खत्म हुआ लोगों की भीड़ यहां पहुंचने लगी और नर्मदा में एक बार फिर गंदगी प्रवाहित की जाने लगी। लोगों की स्वच्छंदता को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया और 2 दिन का लॉक डाउन लगाने का निर्णय लिया। नर्मदा प्रेमियों ने इस लॉक डाउन की सराहना भी की है।
तिलवारा घाट भी रहा सूना
वहीं नित्य काफी लोग तिलवारा घाट भी पहुंचते हैं,जिनका आवागमन शनिवार को टोटल बंद रहा। यहां का तट बिलकुल सूना रहा। इसके प्रवेश मार्गों पर तिलवारा थाने की पुलिस ने सुबह से ही कड़ाई बरतना शुरू कर दिया था। शाम तक पुलिस की सक्रियता से यहां किसी को भी तट पर प्रवेश नहीं करने दिया गया।
भेड़ाघाट में नहीं जाने मिला
नर्मदा तट भेड़ाघाट में भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग संगमरमरी वादियो के दीदार व धुआंधार घूमने पहुंचते हैं। यहां पर भी लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करवाया गया। दोनों ओर के प्रवेश मार्गों पर भेड़ाघाट पुलिस की सख्ती के कारण बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति या परिवार को प्रवेश नहीं करने दिया गया। लिहाजा यहां भी बिलकुल सूना माहौल रहा। यही स्थिति लम्हेटा घाट में रही जहां हालाकि कम संख्या में लोग जाते हैं मगर शनिवार को किसी को भी अंदर नहीं जाने मिला।
खारी वालों को भी रोका
ग्वारीघाट में सख्ती का ये आलम रहा कि खारी विसर्जन करने आए एक परिवार जो कि ग्रामीण परिवेश के थे और लॉक डाउन की जानकारी से अनभिज्ञ थे को पुलिस ने नहीं जाने दिया। इसपरिवार ने लाख मिन्नतें की मगर उन्हें खारी विसर्जन की अनुमति नहीं मिली। करीब दर्जन भर लोग इस दौरान पुलिस से बहस भी करते देखे गए जो निरर्थक रही।