डॉक्टर बोले- सर्जरी से कोई एक जिंदा रहेगा, दोनों ने किया इंकार

डॉक्टर बोले- सर्जरी से कोई एक जिंदा रहेगा, दोनों ने किया इंकार

कनेक्टिकट। दुनिया में कुछ ऐसे लोग होते हैं, जो छोटी चीजों से परेशान हो जाते हैं। वहीं कुछ लोग होते हैं जो हर परेशानी और मुसीबत में भी हौसला नहीं खोते। वो बड़ी से बड़ी मुसीबतों में भी हार नहीं मानते। इसी जिंदादिली का जीता-जागता उदाहरण हैं दोनों बहनें। जन्म से ही छाती से लेकर पेल्विस तक इनके अंग आपस में जुड़े हुए हैं। जुड़वा बहनों को सर्जरी कर अलग करने की पेशकश भी की गई थी, लेकिन दोनों ने सर्जरी से इंकार कर दिया, क्योंकि डॉक्टरों ने कहा था कि दोनों में से किसी एक को ही जीवित रख सकते हैं। अमेरिका के कनेक्टिकट में रहने वाली जुड़वां बहनें लुपिता और कारमेन अंडरडे का जन्म 2002 में हुआ था। जन्म से ही दोनों की बॉडी आपस में जुड़ी हुई थी। अब 18 साल की हो चुकी इन बहनों ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई किया है। दोनों ने जिस जिंदादिली के साथ ये टेस्ट दिया, वो लोगों को काफी पसंद आ रहा है। जब इन बहनों का जन्म हुआ था, तब डॉक्टर्स ने इनके जिन्दा रहने के लिए बस तीन ही दिन काफी बताए थे। लेकिन तमाम मुश्किलों को पार करते हुए अब 18 साल की हो चुकी इन बहनों ने सबको हैरान कर दिया।

सर्जरी से जा सकती है दोनों की या किसी एक की जान

थोड़ी बड़ी होने के बाद में जब सर्जरी के द्वारा इन्हें अलग करने का फैसला लिया गया, तो दोनों ने इससे इंकार कर दिया। दरअसल, इस सर्जरी में किसी एक के बचने के चान्सेस थे या फिर दोनों की ही मौत हो जाती। ऐसे में दोनों ने इसी तरह आपस में जुड़े रहने का फैसला किया। 2004 से पहले ये परिवार मेक्सिको में रहता था। लेकिन बाद में इनकी फैमिली मेडिकल वीजा पर अमेरिका शिट हुई थी। बच्चों के पैरेंट्स को उम्मीद थी कि यहां के डॉक्टर्स शायद उन्हें अलग कर देंगे, लेकिन यहां भी डॉक्टर्स ने उनकी जान को खतरा ही बताया।

दोनों बहनों ने आपस में जीना सीख लिया

इसके बाद इन बहनों ने आपस में जीना सीख लिया। ये साथ ही स्कूल गई और फिर अपने सारे काम भी एक साथ ही करती हैं। हालांकि, दोनों की पर्सनालिटी काफी अलग है। उनके पैरेंट्स ने आपस में कोर्डिनेशन के लिए उन्हें फिजिकल थेरेपी क्लासेस दिलवाई थी, इस फिजिकल थेरेपी क्लासेस ने इन दोनों बहनों की काफी मदद की। 18 वर्ष की हो चुकी दोनों बहने काफी खुश रहती हैं और अपने सारे काम भी कर लेती हैं। बचपन से दोनों बहनों को साथ रहने की आदत हो गई है। इनके पिता ने इन्हें सारे काम साथ करना ही सिखाया।