रेत ठेकेदार खुद लगाएगा नाका कंपनी के आदमी रोकेंगे चोरी

जबलपुर । लॉकडाउन के चलते अटका रेत का कारोबार अब फिर परवान चढ़ेगा। लंबे समय से अटके चल रहे जिले के ठेकेदार मेसर्स आराध्या के साथ राज्य सरकार की नोडल एजेंसी खनिज निगम का एग्रीमेंट हो गया है। बताया जा रहा है कि 31 करोड़ 54 लाख रुपए में हुए टेंडर के एग्रीमेंट मुताबिक अब दूसरे जिले की रॉयल्टी पर्ची जिले की सीमा में नहीं चलेगी। साथ ही जिला प्रशासन के अलावा ठेकेदार कंपनी की भी निजी जिम्मेदारी होगी कि वह अवैध रेत उत्खनन, परिवहन रोके और रेत नाकों से राजस्व की वसूली कर सरकार के पास जमा करे। एग्रीमेंट के मुताबिक अब यह सभी 47 खदानें 30 जून 2023 तक के लिए ठेकेदार के अधीन हैं। इस दौरान रेत चोरी का प्रकरण होने पर पुलिस-प्रशासन द्वारा खनिज अधिनियम की धारा 379 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत खनिज विभाग सहित राजस्व का अमला भी खदान के अलावा कहीं और से रेत निकलती देख एक्शन ले सकेगा।
एक ही ठेकेदार के पास रेत का ठेका
समूचे जिले का काम एक ही ठेकेदार कंपनी के पास होने के कारण अन्य कोई वाहन इस कार्य में लिप्त पाया गया तो सीधे राजसात की भी कार्रवाई की जा सकेगी। चूंकि लॉकडाउन के दौरान एग्रीमेंट नहीं होने की दशा में रेत माफिया ने जमा कर रेत की लूट मचाई है इसलिए स्पेशली इस क्लॉज को एग्रीमेंट में डाला गया है।
खनिज निगम के साथ ठेकेदार कंपनी ने 31 करोड़ 54 लाख रुपए में एग्रीमेंट कर लिया है। नोडल एजेंसी निगम ही है, लेकिन एग्रीमेंट में ठेकेदार को भी नाका आदि लगाने की परमीशन दी गई है, इसलिए अवैध रेत के कारोबार में रोक लगने में मदद मिलेगी। -एसएस बघेल, प्रभारी अधिकारी खनिज विभाग