जिले में हर रोज होता है 3 लाख लीटर दूध का उत्पादन 1 लाख लीटर जाता है दूसरे प्रदेशों में

जबलपुर । एक जून को विश्व भर में दुग्ध दिवस मनाया जा रहा है। प्रदेश में जबलपुर एक ऐसा शहर हैं, जहां दूध का उत्पादन रिकार्ड तोड़ रहा है। प्रदेश में सबसे अधिक दूध का उत्पादन यहां किया जाता है। जिले में डेयरी उद्योग पिछले कई वर्षो से तेजी से फल-फूल रहा हैं। कृषि के साथ-साथ डेयरी व्यवसाय पर भी जिले की अर्थव्यवस्था आधारित है। यहां पर साढ़े 4 सौ छोटी-बड़ी डेयरियां संचालित हैं। वहीं दूध में मिलावट का खेल और मुनाफाखोरी जमकर हो रही है। जिले में करीब 3 लाख लीटर दूध का उत्पादन प्रतिदिन किया जाता है। गाय और भैंसों से निकाला गया दूध शहर के अलावा दूसरे शहर नागपुर सहित अन्य में सप्लाई किया जाता है। बताया जा रहा है कि 1 लाख लीटर दूध प्रतिदिन दूसरे प्रदेशों के लिए सप्लाई होता है। दरअसल बड़ी कंपनी यहां आकर खुद दूध खरीद रही हैं।
उत्पादन के साथ दाम अधिक
जिले में दूध 56 रुपए लीटर तक बिक रहा है। जिसके कारण लॉकडाउन के पहले भी आम नागरिकों ने विरोध जताया था। इसके बावजूद भी दूध के दाम कम नहीं हुए। इसके संबंध में दुग्ध कारोबारियों का कहना है कि पशुओं को खिलाने वाले उत्पाद मंहगे हो गए हैं। साथ ही चारा और भूसा भी आसानी से नहीं मिलता। पशुओं को खिलाने वाले उत्पाद मंहगे हो गए हैं। साथ ही चारा और भूसा भी आसानी से नहीं मिलता है। पशु खाद्यों के दाम अधिक होने के कारण दूध के दाम बढ़ाने का हवाला दिया जा रहा हैं।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में लगी है याचिका
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के प्रांतीय संयोजक मनीष शर्मा ने बताया कि दूध के रेट निर्धारित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में और दूसरे प्रदेशों में जाने वाले दूध में प्रतिबंध लगे इसके लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर हैं। उन्होंने आगे बताया कि दो साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई थी,जिसमें कमेटी ने जबलपुर सहित देश के प्रमुख बड़े शहरों के दूध के सैंपलों का परीक्षण किया था और प्रमुख शहरों में 64 प्रतिशत दूध मिलावटी पाया गया था।
इतनी हुई कार्रवाईयां
विदित हो कि जिलें में दूध में मिलावट का खेल लगातार जारी है,डेयरी संचालक दूध मे पानी एवं सांची का दूध मिलाकर मनमाफिक दामों में विक्रय करते रहते हैं। जिसकी जांच भी खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम समय-समय पर करती रहती हैं। वर्ष 2019 जनवरी से दिसम्बर माह तक 36 सैम्पल जांच के लिए लैब भेजे गए थे,जिसमें 20 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट आई है। वहीं 6 मामलों में कोर्ट में केस चल रहा हैं।
फैक्ट फाइल
450 जिले में कुल डेयरियां
3 लाख लीटर दूध का उत्पादन
1 लाख लीटर दूसरे प्रदेशों में दूध की सप्लाई प्रतिदिन
36 सैम्पल लिए गए 2019 में
6 मामलों का कोर्ट में चल रहा केस