जेलों में नहीं लग रहा अवैध बिक्री व वसूली पर अंकुश
illegal recovery

ग्वालियर। अंचल की जेलों में प्रतिबंधित सामान की बिक्री व अवैध वसूली पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, आलम यह है कि यहां विगत् दिनों सेंट्रल जेल, ग्वालियर में पदस्थ संतरी द्वारा बंदी को बीड़ी व तंबाकू मुहैया करवाते पकड़ा गया था, वहीं अब शिवपुरी जेल में बंद महिला कैदी के वकालतनामे पर साइन करवाने के एवज में जेलकर्मी द्वारा एक हजार रुपए मांगे जाने का मामला प्रकाश में आया है, जिसे लेकर महिला कैदी के अभिभाषक ने जेल डीजी सहित प्रमुख सचिव को लिखित में शिकायत की गई है। उल्लेखनीय है कि सुरक्षा के मद्देनजर जेलों में बंदियों को किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु पहुंचाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसके बावजूद जेलों में पदस्थ कर्मचारी ही चंद लालच के चलते यह प्रतिबंधित वस्तुएं चोरी-छुपे बंदियों को मुहैया करवा रहे हैं। अभी हाल ही में सेंट्रल जेल, ग्वालियर में भी ऐसे तमाम मामले प्रकाश में आए हैं, जिनमें जेलकर्मी ही बंदियों को प्रतिबंधित वस्तुएं पहुंचाते पकड़े गए हैं, हालांकि जेल प्रबंधन द्वारा इनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई है, लेकिन हाल ही में शिवपुरी जेल में बंदी से वकालतनामे पर साइन करवाने के एवज में हस्ताक्षर करवाने के एवज में जेलकर्मी द्वारा एक हजार रुपए मांगे जाने एवं नहीं देने पर उसे पानी तक के लिए परेशान किए जाने की धमकी देने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है, जिसकी शिकायत पीड़ित बंदी के अभिभाषक विजय तिवारी द्वारा लिखित में जेल डीजी संजय चौधरी सहित प्रमुख सचिव को की गई है। जिससे अंचल की जेलों में खासा हड़कंप मचा हुआ है।
हर रोज पहुंचते हैं 5-10 वकालतनामे
न्यायालय के निर्देशानुसार जेल में निरूद्ध बंदियों की हाईकोर्ट में अपील हेतु जेलर के काउंटर साइन एवं बंदी के हस्ताक्षर अथवा अंगूठा लगवाना अनिवार्य किया गया है, जिससे सर्किल जेल, शिवपुरी में हर रोज पांच से दस वकालतनामे पहुंचते हैं, अभिभाषक विजय तिवारी ने आरोप लगाया है, कि इन सभी पर बंदियों के हस्ताक्षर करवाने के एवज में जेलकर्मियों द्वारा एक-एक हजार रुपए वसूले जाते हैं।