इस साल 90 हजार ग्रामीण युवाओं को रोजगार से जोड़ने का ‘मिशन’

भोपाल। प्रदेश के ग्रामीण युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए ग्रामीण आजीविका मिशन ने प्लान तैयार किया है। इस वर्ष 90 हजार ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। इन युवाओं को कौशल विकास से संबंधित क्षेत्रों में भेजा जाएगा। लॉक डाउन के दौरान अन्य प्रदेशों से वापस लौटे साढ़े सात लाख प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार का कार्यक्रम तैयार किया गया है। श्रम विभाग ने रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से विभिन्न उद्योगों और इकाइयों में इन श्रमिकों को भेजने का कार्यक्रम बनाया है। वहीं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का प्लान कौशल विकास के क्षेत्र में युवाओं को आगे लाने का है। जानकारी के अनुसार प्रवासी श्रमिकों में करीब चार लाख युवा हैं। इनमें से इस वर्ष योजना के तहत 90 हजार ग्रामीण युवाओं को काम दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह मिलेगा रोजगार दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान और रोजगार मेलों का आयोजन कर इन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा।
डाटाबेस रिकॉर्ड होगा
प्रत्येक जिले में ब्लाकवार और ग्रामवार बेरोजगार युवाओं का डाटा बेस तैयार किया जाएगा। इनको तीन श्रेणियों में-सह नियोजन के लिए उपयुक्त युवा, रोजगार मेलों के माध्यम से रोजगार हासिल करना और स्वयं का व्यवसाय जैसे लघु उद्योग और आय मूलक गतिविधि प्रारंभ करने की श्रेणी में बांटा गया है।