बरगी बांध में पर्यटन की राह जर्जर पुल पर हादसों का खौफ

बरगी बांध में पर्यटन की राह जर्जर पुल पर हादसों का खौफ

जबलपुर । रानी अवंतीबाई सागर परियोजना अंतर्गत बरगी बांध सैलानियों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है, लेकन इन दिनों यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को जर्जर सड़क के कारण मुसीबतों से दो-चार होना पड़ रहा है। बांध के पास स्थित मैकल रिसॉर्ट से बरगी नगर में स्थित शिव मंदिर तक सड़क के हाल बेहद दयनीय हैं। पुण्य सलिला नर्मदा के प्रवाह क्षेत्र पर स्थित बरगी बांध में सड़कें खराब होने के कारण क्षेत्रीय जन, आसपास के ग्रामीण और यहां घूमने के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों को जर्जर सड़क के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरगी बांध के ठीक सामने स्थित पुल की रैलिंग जर्जर हो चुकी है, कुछ जगह पर रैलिंग गायब हो चुकी है। पुल के ऊपर सड़क के हालात इतने खराब हैं, कि किसी दिन यहां बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है। उल्लेखीयनीय है कि यह पुल बरगी नगर को जबलपुर सहित बरेला और करीब एक सैकड़ा से अधिक गांवों को जोड़ने वाला एक मात्र जरिया है।

दूर दूर से आते हैं पर्यटक

मालूम हो कि बरगी बांध पर्यटन का प्रमुख केंद्र है, यहां दूर-दूर से लोग प्रकृति की नैसर्गिक खूबसूरती के बीच मां नर्मदा पर निर्मित बांध को देखने पहुंचते हैं। नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 प्रमुख बांधों में सबसे पहला बांध बरगी बरगी में यही डैम है। बांध का निर्माण का काम 1974 में शुरू हुआ और 1990 में पूरा हुआ। बांध की ऊंचाई 69 मीटर और लंबाई 5.4 किमी है, इसका विस्तार करीब 75 किमी की लंबाई और 4.5 किमी चौड़ाई के साथ 267.97 वर्ग किमी तक है।