विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में इस साल भी नहीं होंगे छात्र संघ चुनाव और युवा उत्सव

जबलपुर । छात्र राजनीति की पाठशाला कहे जाने वाले कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इस बार छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे। कोरोना संकट के कारण प्रदेश ही नहीं बल्कि जबलपुर जिले में भी छात्र संघ की आस लगाए बैठे छात्रों को निराशा हाथ लग रही है। क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शासन ने एकेडमिक कलेण्डर से छात्र संघ चुनाव को हटा दिया है। हालांकि अभी भी कुछ छात्र संगठन का यहीं कहना है कि जब उपचुनाव कराए जा सकते है तो फिर छात्र संघ चुनाव भी होंने चाहिए। इसके साथ ही युवा उत्सव होना प्रस्तावित रहता है,लेकिन विभाग इस बार उक्त माह में अपने कॉलेजों में एडमिशन कराएगा। गौरतलब है कि हर साल सिंतबर-अक्टूबर में छात्रसंघ चुनाव होना पहले से निर्धारित है। लेकिन पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के कारण छात्रसंघ चुनाव निरस्त कर दिए गए थे। कांग्रेस सरकार ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के कारण छात्रसंघ चुनाव टाल दिए थे। इसके बाद जनवरी तक छात्र संघ चुनाव के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने पर निर्णय नहीं हो सका। मार्च में दोबारा अस्तित्व में आई भाजपा सरकार के सिर पर चुनाव की जिम्मेदारी है। जब चुनाव कराने का समय आया है,तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने कई व्यवधान खड़े कर दिए हैं।
प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष प्रणाली विवाद नहीं सुलझा
एनएसयूआई और एबीवीपी सहित कुछ छात्र संगठन प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। गत वर्ष तत्कालीन उच्च शिक्षामंत्री प्रत्यक्ष प्रणाली से बात करने पर जोर देते रहे,लेकिन चुनाव नहीं हो सका। भाजपा सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया भी प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की बात कहीं थी, अब नए शिक्षा मंत्री,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चुनाव की पद्धति पर निर्णय कराएंगे।