अनलॉक 1 सेलून चाय-पान की दुकानें हुईं आबाद खेल मैदान रहे बंद बसें भी नहीं चलीं

अनलॉक 1 सेलून चाय-पान की दुकानें हुईं  आबाद खेल मैदान रहे बंद बसें भी नहीं चलीं

जबलपुर । शहर में लॉक डाउन के अनलॉक होने के पहले दिन शहर में सब कुछ पहले जैसा दिखा। आड ईवन का नियम समाप्त होने और सभी प्रकार की दुकानें खोले जाने के आदेश के बाद 70 दिन पहले जैसा नजारा दिखा। हालाकि बफर जोन के तहत आने वाले क्षेत्रों में अभी सब कुछ पहले जैसा नहीं दिखा पर वहां पर भी कई दुकानें जिन्हें अनुमति मिली हैं वे तय समय अनुसार दुकानें खोल रहे हैं। बसों का संचालन अभी शुरू नहीं हुआ है,इसी तरह खेल मैदानों में सिर्फ खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए खोले जाने के आदेश का पालन भी अभी नहीं हुआ है। राइट टाउन स्टेडियम में ताला लटका है। शहर की सड़कें सुबह से ही आबाद नजर आईं । ट्रैफिक सिग्नलों पर भीड़ सामान्य रूप से नजर आई। बिना पुलिस की रोका-टोकी के साथ लोग वाहनों में घूमे और खरीददारी करते रहे। आर्थिक गतिविधियों को सुचारू करने के लिए प्रशासन ने तमाम दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है। हालाकि इसके लिए नियम तय किए गए हैं जिनका पालन कुछ ने किया और कुछ ने नियम मानने की जहमत नहीं उठाई।

टैक्स हो माफ, तब चलाएंगे बसें

बस आपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल किशोर तिवारी बंटू ने बताया कि हमारी मांग है कि सभी बसों का कोरोना काल का टैक्स माफ किया जाए जिसके बाद ही हम बसों का संचालन प्रारंभ करेंगे। वहीं आईएसबीटी से होने वाली बसों का संचालन करने वाली जेसीटीएसएल के सीईओ सचिन विश्वकर्मा ने बताया कि बसें चलाने हमारी तैयारी चालू है। संभवतय 2-3 दिन में बसों का संचालन हम प्रारंभ कर देंगे। बहरहाल बुधवार को कोई भी बस नहीं चली।

नंबर से मिला सेलूनों में प्रवेश

सुबह से ही शहर में छोटे बड़े सेलून खुल गए। इनमें खासी भीड़ भी दिखी। दुकान संचालकों ने ग्राहकों को नंबर दे दिए और अपने समय पर ही आने कहा। ज्यादातर सेलूनों में नियमों का पालन भी हुआ मगर कई जगह बिना मास्क लगाए भी कटिंग- शेविंग करते नजर आए। इस वर्ग में महीनों बाद काम धंधा शुरू होने की खुशी अलग ही छलकती नजर आई। ज्यादातर सेलून संचालक एप्रिन पहने दिखे हालाकि डिस्पोजेबल एप्रिन पहले इक्का दुक्का बड़े सेलूनों में ही संचालक नजर आए। सामान्य सेलून संचालकों ने कहा कि हम साफसफाई व सुरक्षा का पूरा ध्यान रखकर ही अपना काम कर रहे हैं। शहर में महिलाओं के लिए संचालित ब्यूटी पार्लर भी खुल गए हैं,जिनमें महिलाएं पहुंचीं।

आदेश स्पष्ट न होने के कारण नहीं खुली कई दुकानें

शहर में कई जगह चाय-पान और नाश्ते की दुकानें भी बुधवार को खुल गईं । लंबे समय बाद दुकान खुलने से इनके संचालकों क  खुशी दिखी। उनका कहना था कि भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके थे,अब भी यदि राहत न मिलती तो हालात बेहद बुरे होते। हालाकि आदेश के स्पष्ट न होने से ज्यादातर दुकानें नहीं खुल पार्।

खेल मैदान आज खुलने की उम्मीद

अनलॉक में खेल मैदानों को अभ्यास के लिए खोले जाने के आदेश हैं मगर बुधवार को कोई भी खेल मैदान खुला नहीं दिखा। यहां लोग पहुंचे तो उन्हें ताले लटके मिले। उम्मीद है कि गुरुवार से जिम्मेदार विभागों के अधिकारी खेल मैदान खोल देंगे।

ढाई माह बाद काम- काज शुरू हो गया इसकी खुशी है। हम नियमों का पूरी तरह से पालन करेंगे। रोजी-रोटी चलती रहे यही हमारी इच्छा है। आलोक सेन, हेयर सेलून संचालक,चौथापुल।

हमारी मांग है कि लॉक डाउन अवधि का टैक्स माफ किया जाए। बस संचालन तभी होगा। इस पर निर्णय के पहले बसें नहीं चलाएंगे। नसीम बेग,बस आपरेटर।

जो आदेश मिले हैं उनके अनुसार मॉस्क,हेयर कवर व किट पहनकर ही काम कर रहे हैं। ग्राहकों की भीड़ बढ़ी तो नंबर दे रहे हैं। दिलीप सेन, शिव हेयर कटिंग सेलून गढ़ा