सतर्कता बाहर खाने-पीने से बच रहे लोग रेस्टॉरेंट कॉफी हाउसों सहित स्ट्रीट फूड पर ग्राहकों का टोटा

सतर्कता  बाहर खाने-पीने से बच रहे लोग रेस्टॉरेंट कॉफी हाउसों सहित स्ट्रीट फूड पर ग्राहकों का टोटा

जबलपुर । बाजार पूरी तरह से खुला है। खान- पान की दुकानें व प्रतिष्ठान गाइड लाइन का पालन करते हुए ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कोरोना संकट से बामुश्किल बाहर आ रहे लोग बाहर खाने-पीने को लेकर सर्तकता बरतते दिख रहे हैं। यही कारण है कि ऐसे प्रतिष्ठानों को दूसरे दिन भी ग्राहकों का तोड़ा रहा। वहीं रोड किनारे लगने वाले स्ट्रीट फूड के प्रति भी लोगों का रुझान न के बराबर देखा गया जिसके चलते इन दुकानदारों के माथे पर शिकन नजर आई। सोमवार से मॉल, रेस्टॉरेंट, होटल्स सहित स्ट्रीट फूड की दुकानें पूरे उत्साह के साथ खुल तो गईं मगर यहां पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या देखते हुए प्रबंधन में चिंता है। जहां सैकड़ों ग्राहकों का आना-जाना था वहां चंद ग्राहक ही पहुंच रहे हैं। कम खपत के कारण रेस्टॉरेंट व खान पान की होटल संचालक सामग्री सीमित मात्रा में ही तैयार कर रहे हैं ताकि नुकसान कम से कम हो। सबसे बुरी हालत रोड किनारे चाट- चायनीज,डोसा, इडली,बड़ा,पाव- भाजी आदि ठेलों की दिख रही है जहां ग्राहक पहुंच ही नहीं रहे हैं। कोरोना संकट ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तो पैदा की है जिसके चलते ये नजारा दिख रहा है।

एक तो ग्राहक नहीं ऊपर से प्रशासन का दबाव

सिविक सेंटर, विजय नगर, अधारताल, दमोहनाका आदि इलाकों में ठेलों पर चाट,चायनीज व अन्य सामग्री का वि क्रय करने वाले ठेले वालों का कहना रहा कि एक तो ग्राहक नहीं आ रहे हैं ऊपर से प्रशासन के लोग लगातार दबाव बना रहे हैं कि भीड़ न लगने दी जाए। ग्राहकों में सोशल डिस्टैंसिंग रखी जाए जब ग्राहक आ ही नहीं रहे हैं तो कहां से सोशल डिस्टैंसिंग करें। हमें तो दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है न मेहनत निकल रही है और न ही लागत।