हमें जीतने के लिए चुनाव लड़ना है, कार्यकर्ता फील्ड में करें काम : भनौट

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हमें जीतने के लिए चुनाव लड़ना है, कार्यकर्ता फील्ड में करें काम : भनौट

ग्वालियर। प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनौट ने पार्टी कार्यकर्ताओं से बिना किसी लागलपेट के साफ कहा कि हमें उपचुनाव जीतने के लिए लड़ना है। सभी कार्यकर्ता फील्ड में जाएं और 15 माह के कांग्रेस शासन काल की उपलब्धियां और हमारी सरकार गिराने की किस स्तर तक साजिश रची गई थी उस बारे में लोगों को बताएं । उन्होंने कहा कि जहां तक टिकट का सवाल है तो वह सर्वे के आधार पर पार्टी तय करेगी। ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सीधी बात करने आए थे तरुण भनौट। भनौट के साथ विधायक विनय सक्सैना, पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह, रामसेवक बाबूजी, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा मौजूद रहे। शनिवार को पार्टी कार्यालय में उपनगर ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए भनौट ने कहा कि 15 माह के शासनकाल में किसानों का कर्ज माफ करना और बिजली के बिल हाफ करना भाजपा को रास नहीं आया, इसीलिए जोड़तोड़ करके सरकार को गिराने की साजिश रची गई । आने वाला उपचुनाव विकास के लिए समर्पित कांग्रेस और दलबदल में विश्वास करने वाली भाजपा के बीच होना है। कमलनाथ जी ने सभी वर्ग के लिए योजनाएं बनाईं थीं और उन्हें जमीन पर लागू भी किया था लेकिन भाजपा को यह रास नहीं आया इसीलिए सरकार गिराने के लिए पूरी ताकत लगाई।

सुनील व शील के गूंजे नारे

कार्यालय में सुनील शर्मा और शील खत्री के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए। बैठक में सुनील शर्मा मंचासीन थे और शील खत्री के समर्थकों ने तरुण भनौट से मुलाकात की और स्वयं के लिए टिकट मांगा। इसके लिए उन्होंने अपना बायोडाटा भी दिया। सुनील शर्मा का नाम भी जोरशोर से गूंज रहा है। हालांकि कई अन्य लोग भी ग्वालियर विधानसभा के लिए दावेदारी करने के लिए वहां पहुुंचे थे।

जीतने के लिए चुनाव लड़ना है 
भनौट ने कहा कि हमें यह उपचुनाव जीतने के लिए लड़ना है। सभी कार्यकर्ता ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर और वार्ड स्तर पर जाकर काम शुरू करें। हमसे जो भी कार्यकर्ता मिलेगा  उसके पास वार्ड और बूथ क्रमांक से लेकर पूरी जानकारी चाहिए। किस बूथ पर कितने लोग रहते हैं और कितने लोग मौजूदा स्थिति में अपने बूथ पर हैं और कितने लोग बाहर रह रहे हैं। मतदाता सूची के आधार पर इसे तैयार करना है। हम कार्यकर्ताओं से जमीनी फीडबैक चाहते हैं। अगर हमारी तैयारी जमीनी स्तर की होगी तो जीत भी हमारी होगी।