नहीं चाहिए तुम्हारा 1 कि आटा आधा कि चावल और ढाई सौ ग्राम तेल

नहीं चाहिए तुम्हारा 1 कि आटा आधा कि चावल और ढाई सौ ग्राम तेल

जबलपुर । 3 माह से वेतन न मिलने से त्रस्त वाहन चालक व परिचालकों ने मंगलवार को आईएसबीटी में उग्र प्रदर्शन किया और प्रशासन द्वारा दी जाने वाली अनाज की सहायता को लौटा दिया। प्रदर्शन रत चालक- परिचालकों का कहना था कि हमें सहायता के न ाम पर 1 किलो आटा,आधा किलो चावल व ढाई सौ ग्राम तेल,मसाले दिए जा रहे हैं जिसमें एक दिन का ही गुजारा हो सकता है,पूरा महीना क्या खाएं और परिवार को खिलाएं। 3 माह से बसों के पहिए थमे हुए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते सार्वजनिक परिवहन ठप है। ऐसे में बस आॅपरेटरों ने चालक- परिचालकों को वेतन भी नहीं दिया है। सहायता के नाम पर जो किट दी जा रही है उससे एक दिन का गुजारा ही संभव है बाकी के महीने के दिन चालक-परिचालकों के परिवार फाके की हालत में हैं। ऐसे में मंगलवार को उनके सब्र का बांध टूट गया और वे प्रदर्शन करने आईएसबीटी पहुंच गए।

ढाई सौ कर्मचारी हैं

इनका नेतृत्व कर रहे संगठन मां रेवा चालक परिचालक संघ के अध्यक्ष डीके मिश्रा ने बताया कि शहर में करीब ढाई सौ चालक-परिचालक हैं। जिन्हें 3 महीने से वेतन के नाम पर फूटी कौड़ी नहीं दी गई है। इस बारे में जिला प्रशासन व आरटीओ से भी मांग की गई मगर कोई सहायता नहीं मिली। मोटर मालिक सरकार से टैक्समाफ करवाने के लिए अड़े हुए हैं। वहीं चालक-परिचालकों का परिवार बेहद मुश्किल हालातों से गुजर रहा है। प्रशासन ने भी 3 माह बाद मदद के नाम पर 1 कि. आटा,आधा कि. गेहूं और ढाई सौ ग्राम तेल व कुछ मसाले दिए हैं। इस राहत पैकेज से कितने दिन पेट भरेगा। चालक-परिचालकों का कहना है कि जब तक वेतन नहीं मिलेगा वे बसें नहीं चलाएंगे।