भारत बी ने ओपन वर्ग भारत ए ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीते

भारत बी ने ओपन वर्ग भारत ए ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीते

मामल्लापुरम। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच मंगलवार को यहां 44वें फिडे शतरंज ओलिंपियाड का समापन हो गया, जिसमें भारत ‘बी’ ने ओपन वर्ग, जबकि भारत ‘ए’ ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीते। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि राज्य को खेलों में शीर्ष पर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं लागू कर रही है। स्टालिन ने कहा कि खिलाड़ी और अधिकारी सिर्फ यादों को ही नहीं बल्कि परंपरा, संस्कृति और तमिल खाने के जायकों को भी अपने साथ ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि खेलों में तमिलनाडु को शीर्ष पर ले जाने के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं तैयार की हैं और उन्हें लागू कर रही है। इस मौके पर मुख्य सचिव वी इराई अंबु, अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष संजय कपूर और भारतीय टीम के मार्गदर्शक विश्वनाथन आनंद भी मौजूद थे। तमिलनाडु के खेल विकास मंत्री शिवा वी मय्यानाथन ने कहा हमने इतिहास रच दिया। उन्होंने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में सहयोग और मदद के लिए केंद्र सरकार को भी धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

ओलिंपियाड के समापन समारोह के दौरान जल्लीकट्टू जैसे तमिलनाडु की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और प्रभावशाली संगीत कार्यक्रम आयोजित किए गए। एक शानदार नृत्य-नाटक कार्यक्रम ‘तमीज मान’ के जरिए तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया गया। प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन ने इस कार्यक्रम के लिए आवाज दी जो स्वतंत्रता समारोह की 75वीं वर्षगांठ का हिस्सा था। तमिलनाडु के रहने वाले भारत के शतरंज में पहले अंतर्राष्ट्रीय मास्टर खिलाड़ी मैनुअल आरोन और अधिकारियों को इस दौरान सम्मानित किया गया।

गुकेश डी, निहाल सरीन ने व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता

भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर्स गुकेश डी और निहाल सरीन ने मंगलवार को 44वें शतरंज ओलंपियाड 2022 में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते। शतरंज ओलंपियाड 2022 में गुकेश डी 9/11 के स्कोर और 2867 के प्रदर्शन रेटिंग के साथ ओपन सेक्शन में पहले बोर्ड में शीर्ष पर रहे। उनके हमवतन निहाल सरीन 2774 के प्रदर्शन रेटिंग के साथ दूसरे बोर्ड में सर्वश्रेष्ठ थे। बता दें कि दोनों भारतीय ओपन सेक्शन में भारत की टीम बी टीम का भी हिस्सा थे, जिसने उज्बेकिस्तान और आर्मेनिया के ठीक पीछे कांस्य पदक जीता था।