सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने भारत में शुरू की चिप मैन्युफैक्चरिंग

माइक्रोन को पीछे छोड़ पहली कंपनी बनी

सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने भारत में शुरू की चिप मैन्युफैक्चरिंग

नई दिल्ली। राजस्थान बेस्ड सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने देश में मेमोरी चिप का कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सहस्र सेमीकंडक्टर्स माइक्रोन को पीछे छोड़ते हुए भारत की पहली चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बन गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने इस महीने की शुरूआत में राजस्थान के भिवाड़ी जिले में स्थित अपनी सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग और पैकेजिंग प्लांट में मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है। इसके साथ ही कंपनी अलग-अलग ई- कॉमर्स वेबसाइट पर देश में बने मेमोरी कार्ड की पहली खेप भेज चुकी है। दूसरे फेज में एडवान्स पैकेजिंग प्रोडक्ट बनेंगे : सहस्र ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर अमृत मनवानी ने जानकारी देते हुए कहा कि हम भारत में बने माइक्रो एसडी कार्ड बेचने वाली पहली कंपनी बन गए हैं और ई कॉमर्स वेबसाइट पर हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। हम इस साल के लास्ट तक भिवाड़ी यूनिट की कैपेसिटी 30 प्रतिशत तक बढ़ाएंगे और 2024 की शुरुआत में अगले फेज में पूरी कैपेसिटी से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेंगे। दूसरे फेज में कंपनी एडवान्स पैकेजिंग प्रोडक्ट बनाना शुरू करेगी।

जून में की थी सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की घोषणा

इस साल जून की शुरुआत में अमेरिका की चिप मेकर कंपनी माइक्रोन ने गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की घोषणा की थी। केंद्रीय रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी और टेलिकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 26 जून को कहा था कि माइक्रोन टेक्नोलॉजी के गुजरात प्लांट से पहली मेड-इन- इंडिया सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 18 महीने में यानी दिसंबर 2024 में किया जाएगा। गुजरात में माइक्रोन टेक्नोलॉजी का प्लांट एक अत्याधुनिक प्लांट होगा और यह भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विस्तार में अपना योगदान देगा।

सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन को बढ़ावा दे रही सरकार

भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर को प्रोत्साहन देने लिए दिसंबर 2021 में पीएलआई स्कीम की घोषणा की थी। ग्लोबल कंपनियां सेमीकंडक्टर के लिए भारत को एक इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं। साल 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 27.2 बिलियन डॉलर थी और सालाना 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ इसके 2026 तक 64 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि सिलिकॉन से बने यह सेमीकंडक्टर चिप्स हेल्थकेयर से लेकर एग्रीकल्चर इंडस्ट्री तक में प्रोडक्ट्स बनाने में इस्तेमाल हो रहे हैं।