कोरोना ने डसा संपत्तिकर, 22 हजार लोगों से मिले मात्र 10.82 करोड़, 10.54 करोड़ पिछड़े

कोरोना ने डसा संपत्तिकर, 22 हजार लोगों से मिले मात्र 10.82 करोड़, 10.54 करोड़ पिछड़े

ग्वालियर।कोरोना संक्रमण के दौरान संपत्तिकर वसूली न हो पाने के चलते टारगेट पूर्ति से पिछड़ गया है। यहीं कारण है कि बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 में 42 हजार लोगों से 21.36 करोड़ मिलने वाला संपत्तिकर चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में 22 हजार लोगों से 10.82 करोड़ वसूली पर आकर सिमट गया है। इसके अलावा निगम को पहली बार शहरवासियों से स्वच्छता शुल्क लेने के फेरे में 2.50 करोड़ की राशि भी अतिरिक्ति मिली है। ग्वालियर नगर निगम द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए संपत्तिकर से जुड़े अधिकारियों व अमले को 100 करोड़ राशि वसूली का टारगेट दिया गया है। लेकिन चालू वित्तीय वर्ष के शुरू होने पर विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण की शुरूआत हो गई और निगम संपत्तिकर अमला वसूली की जगह राहत कार्य में जुट गया और अप्रैल-मई के बाद जून-जुलाई में शुरू हुई वसूली के चलते निगम को 22315 लोगों से 10.82 करोड़ की राशि संपत्तिकर वसूली के रूप में मिल पाई। हालांकि यह वसूली बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 से 10.52 करोड़ पीछे है। लेकिन निगम संपत्तिकर अमला हालात सामान्य होने पर तय टारगेट की पूर्ति का दावा करता हुआ नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी निगम अमले द्वारा जनता कर्फ्यू लगने तक मात्र 54.21 करोड़ पर अटक गया था और 31 मार्च तक इस राशि में लगभग 55 लाख की राशि के चेक व वसूली होने पर मात्र 54.76 करोड़ की राशि ही वसूल हो पाई थी, जो तय बीते वित्तीय वर्ष 2018-19 के तय टारगेट से लगभग 10.24 करोड़ कम होकर पीछे रही। चालू हालातों में लोगों की स्वेच्छा से संपत्तिकर वसूली के लिए राशि ले रहे है। टारगेट साल के अंत कर पूरे कर लिए जाएंगे। जगदीश अरोरा, उपायुक्त, संपत्तिकर नगर निगम ग्वालियर

बीते वर्ष से मिले है 9.21 करोड़ ज्यादा

निगम को वित्तीय वर्ष 2016-17 में 50.49 करोड़, तो वित्तीय वर्ष 2017-18 में लगभग 54 करोड़ का संपत्तिकर राजस्व के रूप में मिला था। लेकिन बीते वित्तीय वर्ष में 2018-19 में 60 करोड़ के टारगेट को एवज में मार्च 2019 तक निगम को 45.55 करोड़ व अप्रैल 2019 के अतिरिक्त वसूली समय में 50.55 करोड़ का ही राजस्व मिला था, जो बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 के राजस्व में 9.21 करोड़ ज्यादा है।