रेलवे परिसर में देश का चौथा व पमरे का पहला रेल कोच रेस्टॉरेंट 14 से होगा शुरू

रेलवे परिसर में देश का चौथा व पमरे का पहला रेल कोच रेस्टॉरेंट 14 से होगा शुरू

जबलपुर। देश का चौथा व पश्चिम मध्य रेलवे का पहला रेल कोच रेस्टॉरेंट की शुरूआत 14 फरवरी यानि वेलेंटाइन डे से शुरू हो सकती है। इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। रेलवे ने अपने स्क्रे प कोचों से कमाई का यह अनूठा जरिया ढूंढा है जिससे अकेले जबलपुर व मदनमहल स्टेशन से वह सालाना सवा करोड़ रुपए के करीब राशि कमाएगा। खास बात यह होगी कि इन्हें इस तरह से तैयार करवाया जा रहा है कि बैठने और व्यंजनों का लुत्फ लेने में रॉयल फीलिंग आएगी। रेल कोच रेस्टॉरेंट 5 जगह स्थापित किए जाने हैं जिसमें जबलपुर, मदनमहल, कटनी-मुड़वारा, सतना व रीवां स्टेशन परिसर में इन्हें लगाया जाना है। मदनमहल में तैयारियां पूर्णता पर हैं। वहीं मुड़वारा,सतना,रीवा के लिए इस दिशा में काम प्रगति पर है।

अभी यहां पर हैं रेल कोच रेस्टॉरेंट

भारतीय रेलवे ने पहला कोच पश्चिम बंगाल रेलवे ने आसनसोल स्टेशन पर 2 साल पहले चालू किया है। इसके बाद मुम्बई के सीएसएमटी स्टेशन परिसर व नागपुर में ये लगाए गए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे का यह पहला रेल कोच रेस्टॉरेंट होगा।

ये होंगी सुविधाएं

रेल कोच रेस्टॉरेंट में सिटिंग एरिया, डायनिंग इन कोच, 2 टेक अवे काउंटर जो पार्सल सुविधा मिनटों में देंगे, कोच में प्राकृतिक स्थलों के चित्र, आकर्षक सजावट, लाइटिंग होगी। प्रथम तल पर किचन सहित बाहर के एरिया में सिंथेटिक ग्रास होगी। यहां नेचरल पौधे भी लगाए जाएंगे। आकर्षक लाइटिंग होगी। रेस्टॉरेंट में शाकाहारी व मांसाहारी व्यंजन मिल सकेंगे। फास्ट फूड आइटम में चाट,चायनीज मिलेगी। टेक अवे काउंटर पर ही चाय,कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स मिल सकेगी।

ऐसी होगी संरचना

इन रेल कोच रेस्टॉरेंट में वेज-नॉनवेज व्यंजन मिलेंगे।दोनों गेट पर टेक अवे काउंटर होगा जो सामग्री पैक कर तत्काल डिलीवरी लेने वाले यात्रियों या अन्य आए ग्राहकों को मिनटों में मिल जाएगा। इनमें 50 लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी। मुख्य रेलवे स्टेशन से रेलवे को हर महीने 14.67 लाख व मदनमहल स्टेशन से 9.67 लाख रुपए मिलेंगे। अन्य 3 स्टेशनों से भी रेलवे को खासी आय इन स्क्रेप कोचों से हो सकेगी।