तिरंगे की फोटो और हिंदुस्तान हमारा है हेडिंग से छपी थीं आजादी की खबरें

तिरंगे की फोटो और हिंदुस्तान हमारा है हेडिंग से छपी थीं आजादी की खबरें

माधव राव सप्रे स्मृति समाचार-पत्र संग्रहालय में समय-समय पर विभिन्न विषयों से जु़ड़ी रोचक प्रदर्शनियां आयोजित की जाती है जिसमें समाचार-पत्रों व पत्रिकाओं के माध्यम से इतिहास की यात्रा पर पाठकों को ले जाया जाता है। ऐसी ही प्रदर्शनी यहां चल रही है, जिसमें आजादी के समय के समाचार-पत्रों के जरिए उस समय को प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शनी में15 अगस्त 1947 को छपे चुनिंदा अखबारों की तस्वीरें और उनमें छपीं स्टोरीज को यहां देखा जा सकता है। 14 अगस्त 1947 की रात भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने स्पीच शुरू किया जो रात को 12 बजे के बाद 15 अगस्त को खत्म हुई। अगले दिन अखबारों ने ‘हिंदुस्तान हमारा है’, ‘इंडिया इज फ्री टूडे’ जैसी हेडिंग देकर आजाद भारत की खुशी मनाई थी क्योंकि प्रेस भी स्वतंत्र थी।

हिंदुस्तान समाचार पत्र

शताब्दियों की दासता के बाद भारत में स्वतंत्रता का मंगल प्रभात। बापू की चिर तपस्या सफल। इसी अखबार में दूसरी खबर थी, जब तक जनता की आंखों में एक भी आंसू की बूंद होगी हमारा काम पूरा नहीं होगा- नेहरू जी।

पाकिस्तानी अखबार डॉन भी प्रदर्शित

प्रहरी अखबार ने तिरंगे की फोटो पर ‘इसकी शान न जाने पाए’, दैनिक प्रताप ने ‘झंडा ऊंचा रहे हमारा’ और ‘हिंदुस्तान हमारा है’ की हैडिंग के साथ गांधीजी और तिरंगे की फोटो छापी थी। ‘द लीडर’ अखबार ने जमीन से निकलते गुलाम के हाथ में तिरंगा, आजाद हवा में उड़ती भारत माता के साथ उगते सूरज की तस्वीर छापकर आजादी का अपना पहला अखबार निकाला। वहीं, ‘हिंदुस्तान’ अखबार ने दो युवाओं को उगते सूरज के सामने झोपड़ी से निकल कर झंडा फहराती तस्वीर के साथ छापा था। अंग्रेजी अखबार 'द स्टेट्समैन' ने 'इनॉगुरेशन आफ टू डॉमिनियंस' की हेडिंग देकर दोनों देशों की आजादी दिखाई। पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ ने 'पूरी दुनिया में देशभक्ति की भावना है' उर्दू हेडिंग दी।

अमृत बाजार पत्रिका

इंडिया बीकम रिपब्लिक। साथ में भारत का राष्ट्रीय झंडा जिसके साथ लिखा गया झंडे ने अपना महत्व साबित किया और अब यह राष्ट्रीय ध्वज गणतंत्र का ध्वज है।

द इंडियन नेशन

इंडिया, ए रिपब्लिक फ्रॉम टुडे। दुनिया ने भारतीय के गणतंत्र का अभिवादन किया। इस खबर में लिखा है, प्रधानमंत्री पंडित जवाहर साल नेहरू का राष्ट्र के नाम संदेश। दूसरी तरफ राष्ट्र्पति का संदेश दिया गया।

वीर अर्जुन

फ्रंट पेज पर हेडिंग दी, एक हजार वर्षों के बाद भारत फिर से स्वाधीन हो गया। सब - हेडिंग में लिखा, विधान परिषद ने शासन सत्ता संभाली, प्रथम राष्ट्रीय सरकार की घोषणा।