परिवहन वाहनों में कई वैश्विक उत्सर्जन मानक, सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे

परिवहन वाहनों में कई वैश्विक उत्सर्जन मानक, सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे

नई दिल्ली। सरकार परिवहन के वाहनों में उत्सर्जन के कई अंतरराष्ट्रीय मानक और सुरक्षा उपाय लागू करने की प्रक्रिया में है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण प्रणाली और ब्रेक एसिस्ट प्रणाली शामिल है। सरकार का इरादा देश के मोटर वाहन उद्योग को नियमनों के मामले में विकसित देशों के समकक्ष लाने का है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा कि सरकार ने परिवहन वाहनों में उत्सर्जन के अंतरराष्ट्रीय मानकों और सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन का एक परिवर्तनकारी कार्यक्रम शुरू किया है। सरकार वाहन उद्योग के लिए एक दीर्घावधि की नियामकीय रूपरेखा पर आगे बढ़ रही है जिससे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इस क्षेत्र के योगदान को बढ़ाया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरकार अगले दो साल में संबंधित श्रेणियों में इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण प्रणाली (ईएससी) तथा ब्रेक एसिस्ट प्रणाली के कार्यान्वयन को अंतिम रूप दे रही है। ईएससी बसों के लिए अधिसूचना पिछले साल जारी की गई है। बयान में कहा गया है कि बसों के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण प्रणाली के संदर्भ में अधिसूचना का मसौदा जारी किया गया है। इसे अप्रैल 2023 के लागू किए जाने की संभावना है। हम सभी श्रेणियों के वाहनों में सुरक्षा के उच्चस्तर के लिए काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण को कुछ प्राथमिकता वाले क्षेत्र तय किए हैं। इनमें कुछ वाहन श्रेणियों में टायर के दबाव की निगरानी प्रणाली शामिल है। इसे इसी साल अक्टूबर से लागू किए जाने की उम्मीद है।

इस त्योहारी सीजन में देश की सड़कों पर दौडेगी ऑडी की एसयूवी क्यू2

नई दिल्ली। जर्मनी की लक्जरी कार कंपनी ऑडी इस त्योहारी सीजन में अपने प्रवेश स्तर की एसयूवी क्यू2 को भारतीय बाजार में उतारेगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि क्यू2 को अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में या नवंबर की शुरुआत में भारतीय बाजार में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन में वाहनों की मांग में बढ़ोतरी का लाभ उठाने के लिए कंपनी यह मॉडल पेश करने जा रही है। इस मॉडल के लिए कंपनी सरकार के उस प्रावधान का इस्तेमाल कर रही है जिसमें कुल 2,500 कारों को आयात कर भारत में बेचने की अनुमति है। इस प्रावधान के तहत यदि संबंधित मॉडल के पास यूरोपीय संघ या जापान का प्रमाणन है, तो उसे स्थानीय नियामकीय जरूरतों को पूरा करने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐसे में कंपनी इस मॉडल को जर्मनी से पूर्ण विनिर्मित इकाई के रूप में आयात करेगी। इस मॉडल के जरिये कंपनी का ऐसे युवा ग्राहकों को लक्ष्य करने का इरादा है जो पहली बार लक्जरी वाहन खरीदना चाहते हैं। इसके अलावा कंपनी अपने मौजूदा ग्राहकों को भी लक्ष्य करेगी जो अपने पुराने ऑडी वाहन को बदलना चाहते हैं या परिवार के लिए अतिरिक्त कार खरीदना चाहते हैं। ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर ढिल्लों ने कहा, ‘‘हम भारत चरण-चार से भारत चरण-छह उत्सर्जन मानकों को स्थानांतरण कर रहे हैं, लेकिन हमारे पास काफी कम मॉडल उपलब्ध हैं। हम अधिक मात्रा में बिक्री वाले मॉडल क्यू2 को भारत ला रहे हैं। इसके बाद हम और मॉडल भी लाएंगे। इस मॉडल को कुछ समय पहले वैश्विक स्तर पर पेश किया गया था। अंतत: अब हम इसे भारत ला रहे हैं।