गुलाबी नोट बदलने शहरवासियो में नहीं दिखा उत्साह, मिलेंगे कुछ और दिन
ग्वालियर। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की पूर्व के घोषणा के तहत शनिवार यानि की तीस सितम्बर 2000 के गुलाबी नोट बदलने की आखिरी तिथी, लेकिन पहले की घोषणा के मुताबिक आखिरी दिन होने के कारण बैंकों में सामान्य दिनों जैसा माहौल दिखा। जैसी उम्मीद की जा रही थी वैसा नजारा देखने को नहीं मिला इस नोट के जमा करने के लिए बैंक के विभिन्न शाखाओं में दिन एकएक दो लोग नजर आए। और हालांकि कुछ बैंक ने अलग से काउंटर रखे थे, लेकिन लोगोें की कतारे कहीं पर भी देखने को नहीं मिली, बैंक अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन लोगों के पास यह दो हजार का नोट था वह पहले ही बदल चुके है, इसलिए घोषणा दिनांक 19 मई से लेकर अभी तक कभी भी नोट बंदी जैसे हालात नहीं दिखे, हालांकि 19 मई से यह नोट प्रचलन से बाहर हो गए थे, लेकिन सभी प्राइवेट एवं सरकारी बैंकों की शाखाओं पर यह नोट बदले एवं जमा कराए जा रहे थे। हालांकि एसबीआई एवं लीड बैंक के अधिकारी अभी यह नहीं बता पाए है कि 30 सितंबर तक कितने नोट ग्वालियर जिले में जमा हुए क्योंकि उनका कहना है कि सभी बैंकों की चेस्ट शाखा जानकारी मिलने के बाद यह आंकड़ा भोपाल से जारी किया जाएगा, शहर के आंकड़े को अपडेट होने में तीन से चार दिनों का समय लग जाता है।
दिनों का और मिला मौका
एसबीआई की चीफ मैनेजर ने बताया कि वैसे 30 सितंबर तक आखिरी दिन था, लेकिन रिजर्व बैकं ऑफ इंडिया इसकी तरीख बढ़कार 7 अक्टूबर कर दी है। अब एक सप्ताह और यह नोट जमा किए जाएंगे। हालांकि अधिकतर शहरवासियों के 80 से 85 फीसदी नोट पहले ही बैंक के माध्यम से आरबीआरई पहुंच चुके हैं।