मेडिकल, विक्टोरिया में डॉक्टरों का 2 घंटे काम बंद, 200 से ज्यादा ऑपरेशन टले

मेडिकल, विक्टोरिया में डॉक्टरों का 2 घंटे काम बंद, 200 से ज्यादा ऑपरेशन टले

जबलपुर। जबलपुर सहित पूरे प्रदेशभर में शासकीय व स्वशासी मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सकों ने एक साथ गुरुवार को दो घंटे काम बंद कर दिया। अगले चरण में अनिश्चितकालीन काम बंद किये जाने को देखते हुए चिकित्सकों ने ऑपरेशनों की डेट आगे बढ़ा दी है। ऐसे में करीब जबलपुर जिले के शासकीय अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में 200 से ज्यादा ऑपरेशन टल गये हैं। गुरुवार को दो घंटे काम बंद किये जाने से दूरदराज से आए मरीज और उनके परिजनों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने सुबह करीब 10 बजे से 12 बजे तक काम बंद रखा। मेडिकल में डीन कार्यालय व विक्टोरिया में सिविल सर्जन कार्यालय के सामने चिकित्सकों ने एक जुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टरों के दो घंटे काम बंद किये जाने की जानकारी लगने के बाद ओपीडी में आए मरीज डॉक्टरों के लौटने का इंतजार करते हुए नजर आए। चिकित्सकों का कहना था कि आज चिकित्सक अपना मूल काम मरीजों को उपचार देना छोड़कर सड़क पर उतर रहा है इसके लिए कौन जिम्मेदार है। चिकित्सकों की समस्याओं और उनकी मूलभूत सुविधाओं की ओर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। लगातार स्वास्थ्य संस्थाओं में लगातार मरीजों का दबाव बढ़ता जा रहा है। साथ ही स्वास्थ्य की योजनाओं को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने को लेकर भी मानसिकतौर पर उन चिकित्सा अधिकारियों पर दबाव है जो कि इनके नोड़ल अधिकारी है। अब भी यदि सरकार चिकित्सकों के हित में नहीं सोचती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चिकित्सकों का जाना तय है।

इमरजेंसी के लिए हर यूनिट में डॉक्टर

चिकित्सकों ने बताया महासंघ के बैनर तले चल रहे विरोध प्रदर्शन के साथ गंभीर मरीजों को देखने के लिए इमरजेंसी में मेडिकल अस्पताल की हर यूनिट में एक-एक डॉक्टर्स अपनी सेवाएं देंगे। इस बार जूनियर डॉक्टर भी समर्थन में हैं।