प्रदेश को पांच बार कृषि कर्मण पुरस्कार दिलाने वाले वैज्ञानिक प्रमोशन को तरसे

प्रदेश को पांच बार कृषि कर्मण पुरस्कार दिलाने वाले वैज्ञानिक प्रमोशन को तरसे

ग्वालियर।राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि के कृषि वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत की बदौलत प्रदेश को पांच बार कृषि कर्मण और दतिया, उज्जैन और धार कृषि विज्ञान केंद्रों को राष्ट्रीय पुरस्कार तक मिल चुके हैं, लेकिन प्रमुख सचिव कृषि से प्रमोशन प्रक्रिया को रोकने के मौखिक आदेश मिलने के बाद कुलपति भी प्रमोशन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जबकि नियम के तहत विवि प्रशासन अपने स्तर पर प्रमोशन कर सकता है। विवि के कृषि विज्ञान केंद्रों, कॉलेज और अनुसंधान केंद्रों में कार्यरत लगभग 100 प्राध्यापकों/कृषि वैज्ञानिकों ने 16वें चक्र के अंतर्गत कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) के तहत प्रमोशन पाने के लिए आवेदन किए थे। फरवरी 20 मेें साक्षात्कार व अन्य प्रक्रिया पूरी हो रखा गया। प्रमोशन की प्रक्रिया नियम के तहत हुई थी, इसलिए प्रमंडल सदस्य भी प्रमोशन देने को सहमत थे, लेकिन कुलपति ने कहा कि प्रमोशन नहीं किए जा सकते। इस पर प्रमंडल सदस्योें का सवाल था कि सब कुछ ठीक है तो फिर प्रमोशन देने में क्या परेशानी है। कुलपति ने बताया कि कृषि विभाग के प्रमुख सचिव के पास शिकायतेें पहुंची हैं, इसलिए उन्होेंने प्रमोशन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद विवि ने प्रमोशन के सिलसिले मेें प्रमुख सचिव को एक नहीं बल्कि कई बार (20 फरवरी, 22 जून, 17 जुलाई 20) जानकारी भेज चुका है मगर प्रमुख सचिव विवि द्वारा भेजी गई जानकारियों से संतुष्ट नहीं है या फिर वह चाहते नहीं है कि वैज्ञानिकों को प्रमोशन मिले। तकनीकी परिषद ने बीजेपी अध्यक्ष से गुहार लगाई केंद्रीय प्राध्यापक/वैज्ञानिक तकनीकी परिषद ने प्राध्यापकों और कृषि वैज्ञानिकों के प्रमोशन छह महीने के बाद भी नहीं होने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से गुहार लगाई है। परिषद ने प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा है कि प्राध्यापकों/वैज्ञानिकों को प्रमोशन देने के लिए मार्च 20 में हुई प्रमंडल की बैठक में सहमति बन गई थी मगर कुलपति ने प्रमुख सचिव की आपत्ति का हवाला देते हुए प्रमोशन नहीं होने दिए। प्रमोशन होने पर वेतन का खर्च विवि के बजाए आईसीएआर वहन करेगा, लेकिन इसके बाद भी प्रमोशन पर बिना वजह रोक लगाई गई है। कृषि विवि अपने स्तर पर कृषि वैज्ञानिकोें को प्रमोशन देने की कार्रवाई कर सकता है। अजीत केसरी, प्रमुख सचिव कृषि विभाग कृषि वैज्ञानिकों के प्रमोशन को लेकर प्रमुख सचिव कृषि द्वारा जानकारी मांगी गई थी, जानकारी भेज दी गई हैं। आदेश मिलते ही प्रमोशन की कार्रवाई पूरी की जाएगी। प्रमोशन मिलने मेें देरी भले ही हो रही हो मगर वैज्ञानिकों को प्रमोशन उसी तारीख से मिलेंगे, जिस तारीख से प्रमोशन मिलना था। प्रो. एसके राव, कुलपति कृषि विवि ग्वा.