पन्ना आ रही बस को आगरा में फाइनेंसकर्मियों ने फिल्मी स्टाइल में रोककर किया जब्त, अपहरण की सूचना से हड़कंप

पन्ना आ रही बस को आगरा में फाइनेंसकर्मियों ने फिल्मी  स्टाइल में रोककर किया जब्त, अपहरण की सूचना से हड़कंप

पन्ना आ रही बस को आगरा में फाइनेंसकर्मियों ने फिल्मी 
स्टाइल में रोककर किया जब्त, अपहरण की सूचना से हड़कंप
- घटना के वक्त 34 सवारियां थीं बस में
- डबरा निवासी ड्राइवर गुरुग्राम से सवारियाें को लेकर आ रहा था मप्र 
- आगरा एसएसपी बोले- मामला फाइनेंस का, लेकिन वारदात का तरीका दुस्साहसिक, केस दर्ज

आगरा, भोपाल। आगरा दक्षिणी बायपास पर महुअर के पास मंगलवार देर रात गुड़गांव से पन्ना (छतरपुर) जा रही स्लीपर कोच बस को कुछ युवकों ने द्वारा अगवा किए जाने की सूचना से हड़कंप मच गया। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि घटना देर रात की है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि मध्य प्रदेश के डबरा के रहने वाले रमेश स्लीपर बस संख्या यूपी 75 एम-3516 में 34 यात्रियों को लेकर मंगलवार शाम को गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना में अमानगंज के लिए रवाना हुए थे। रात 10:30 बजे बस आगरा के दक्षिणी बाइपास के रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंची थी कि तभी वहां बोलेरो व जाइलो में सवार 8-9 युवकों ने खुद  को फाइनेंसकर्मी बताकर इसे रोक लिया। युवकों ने चालक से बस से नीचे उतरने को कहा लेकिन वह नहीं उतार और बस लेकर आगे चल दिया। अधिकारी ने बताया कि गाड़ी सवारों ने बस का पीछा किया और मलपुरा क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाईपास पर ही उन्होंने बस को ओवरटेक कर उसे रोक लिया। उन्होंने बताया कि युवकों ने चालक और परिचालक को जबरन बस से नीचे खींच लिया। युवकों ने सवारियों से कहा कि वे शांत रहें और किसी को कोई खतरा नहीं है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 4 युवक बस में बैठ गए। एक ने स्टीरिंग संभाल ली और वे बस लेकर चले गए। उन्होंने बताया कि कुछ युवकों ने चालक-परिचालक को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और उन्हें दिल्ली-कानपुर हाईवे पर कुबेरपुर के पास छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि उस समय सुबह के 4 बजे थे। चालक और परिचालक ने मलपुरा थाने पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही एसएसपी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला फाइनेंस का ही लग रहा है मगर अंदाज दुस्साहसिक है। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बस को झांसी ले जाया गया है, जबकि सवारियां सुरक्षित हैं।