छोटे बच्चे यदि पेंटिंग कर रहे हैं तो उन्हें टोकें नहीं, बल्कि अपने ढंग से करने दें: रामचंद्र

छोटे बच्चे यदि पेंटिंग कर रहे हैं तो उन्हें टोकें नहीं, बल्कि अपने ढंग से करने दें: रामचंद्र

 जनजातीय संग्रहालय में वॉटर कलर शिविर के दूसरे दिन चित्रकार रामचंद्र शिवाजी खारतमल एवं कुडलय्या महान्तय्या हिरेमठ- पुणे ने बच्चों को वॉटर कलर की बारीकियों से अवगत कराया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कम उम्र के बच्चों को यदि परिवार के सदस्य चित्रकारी के लिए ब्रश और पेंट दे रहे हैं, तो परिवार के सदस्यों को बच्चों को चित्रकारी करते समय मनोरंजन करने देना चाहिए। बच्चों को उनके मुताबिक चित्र तैयार करने के लिए छोड़ देना चाहिए और उस समय अत्यधिक अकादमी की तरह उन्हें प्रशिक्षित नहीं करना चाहिए। तभी बच्चे अच्छे एवं अपनी समझ के साथ चित्रकारी करना सीख सकेंगे। वॉटर कलर शैली में चित्रकारी के दौरान गलती को सुधारने के अवसर बहुत कम होते हैं इसलिए इस शैली से लोग बचते हैं। इस दौरान जलरंग विशेषज्ञों ने प्रतिभागी बच्चों के साथ मिल कर संग्रहालय की दीर्घा और परिसर में बैठकर चित्रों को तैयार किया।