कोरोना से बचने जिस काढ़े का सहारा लिया उसी से होने लगी लिवर की बीमारी, पेट में हो रही जलन

कोरोना से बचने जिस काढ़े का सहारा लिया उसी से होने लगी लिवर की बीमारी, पेट में हो रही जलन

भोपाल। कोरोना संक्रमणकाल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जिस काढ़े का लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, उसी काढ़े ने उनके स्वास्थ्य की समस्या को बढ़ा दिया है। यह काढ़ा उन लोगों के लिए ज्यादा मुसीबत बन गया है, जो डॉक्टर की सलाह के बगैर और अधूरी जानकारी के साथ लगातार पी रहे हैं। अब उन्हें पेट की बीमारियों के अलावा लिवर की भी शिकायत होने लगी है। डॉक्टरों की मानें तो समय, उम्र और मात्रा के अनुसार काढ़ा लेना चाहिए, जबकि लोग कभी भी और किसी भी मात्रा में काढ़ा पी रहे हैं। ऐसे में पेट और लिवर के अलावा अन्य समस्याएं सामने आ रही हैं। इसका असरा स्किन पर भी पड़ रहा है। क्योंकि कोरोना के लिए अभी तक कोई दवा सामने नहीं आई है और इम्युनिटी बूस्टर लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

काढ़ा पीने से पेट में जलन होने लगी है

नियमित रूप से काढ़ा पीने से मुझे पेट की बीमारियां शुरू हो गई हैं। गेस्ट्रिक प्रॉब्लम बढ़ गई है और पेट में जलन होने लगी है। सिर में भारीपन ज्यादा हो जाता है। मुझे खाना खाने के बाद थकान भी होने लगी है। हालांकि जो पहले से सिरदर्द होता आ रहा था, वो अब बंद हो गया है। पेट की शिकायत बढ़ने के बाद मैंने गेस्ट्रोलॉजिस्ट को दिखाया है और इंडेस्कॉपी कराई है। डॉक्टर ने भी फिलहाल काढ़ा बंद करने की सलाह दी है। डॉक्टर का कहना है कि काढ़े से एसिडिटी बढ़ती है, पेट में जलन होने की यही वजह है।

तय मात्रा से ज्यादा काढ़ा पीने से हुई दिक्कत

मैं कंस्ट्रक्शन कंपनी के काम से जुड़ा हूं और इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए रोज काढ़ा पीता हूं। सुबह शाम अदरक, सोंठ, कालीमिर्च, दालचीनी, लहसुन, तुलसी के पत्ते समेत अन्य औषधि सामग्री को मिलाकर काढ़ा पीने से पेट में जलन होने लगी है। पहले तो पता नहीं चला कि ये समस्या क्यों हो रही है, लेकिन जब डॉक्टर के पास गया तो उन्होंने दिनचर्या पूछ तो मैंने बताया कि मैं काढ़ा पीता हूं। तब उन्हें काढ़ा पीने के तरीके के बारे में पूछा। मुझे पता चला कि समय और तय मात्रा के अनुसार काढ़ा न पीने से यह समस्या पैदा हुई है।