30 से 50 वर्ष उम्र के बीच सोना कम कर देते हैं ज्यादातर लोग

30 से 50 वर्ष उम्र के बीच सोना कम कर देते हैं ज्यादातर लोग

लंदन। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के अध्ययन में खुलासा हुआ है कि लोगों के नींद लेने की अवधि 30 वर्ष की उम्र से कम होना शुरू हो जाती है तथा यह क्रम 50 साल की उम्र तक चलता है। एक वयस्क व्यक्ति औसतन सात घंटे की नींद लेता है। नींद की अवधि में कमी के लिए रोजाना के तनाव, बच्चों को पालने में लगने वाला वक्त और कामकाज में संतुलन बिठाने जैसे कई कारण इसके जिम्मेदार होते हैं।

जीवन की मध्य अवस्था में नींद लेना कम कर देते हैं लोग

लोगों के इस दौरान रोजाना ली जाने वाली नींद का उनकी मानसिक सेहत, सोचने-समझने की क्षमता तथा ह्दय की शक्ति सहित संपूर्ण स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि, हालिया रिसर्च में यह कहा गया है कि व्यक्ति के लिए नींद की अवधि से ज्यादा उसकी क्वालिटी महत्वपूर्ण होती है। इस अध्ययन की अगुआई करने वाले यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के न्यूरोसाइंटिस्ट प्रोफेसर हुगो स्पीयर्स का कहना है कि रिसर्च में हमने यह पाया है कि पूरी दुनिया में लोग अपने जीवन के मध्य की अवस्था में कम सोते हैं, लेकिन नींद की औसत अवधि क्षेत्रों एवं देशों के अनुसार भिन्न-भिन्न होती है।

पुरुषों से साढ़े सात मिनट ज्यादा सोती हैं महिलाएं

दर्जनों देशों में पुरुषों की तुलना में महिलाएं औसतन साढ़े सात मिनट ज्यादा सोती हैं। नेचर कम्यूनिकेशन जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में कारण तो नहीं बताया गया है लेकिन ऐसा संभवत: इसलिए होता है, क्योंकि इस आयु वर्ग की महिलाओं की बच्चों को पालने में भागीदारी अधिक होती है। इस अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने स्मार्टफोन पर डाउनलोड किए गए सी हीरो क्वेस्ट नाम के गेम के जरिए आंकड़े जुटाए गए हैं।

20 से 40 मिनट अतिरिक्त नींद लेते हैं यूरोपीय लोग

अध्ययन में पाया गया कि पूर्वी यूरोपीय देशों जैसे अल्बानिया, स्लोवाकिया, रोमानिया एवं चेक गणराज्य के लोग प्रति रात्रि 20 से 40 मिनट की अतिरिक्त नींद लेते हैं जबकि फिलिप्पिन्स, मलेशिया एवं इंडोनेशिया सहित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लोग कम सो पाते हैं। अध्ययन में यह पाया गया है कि 19 से 35 वर्ष आयु समूह की महिलाओं की रात्रिकालीन नींद की अवधि 7.4 घंटे से घट कर महज सात घंटे ही रह गई है।