सोशल मीडिया छोड़ने पर कम हुआ लोगों का डिप्रेशन, एंजाइटी

सोशल मीडिया छोड़ने पर कम हुआ लोगों का डिप्रेशन, एंजाइटी

लंदन। चाहे इंस्टाग्राम हो या फिर टिकटॉक अधिकांश लोगों के मोबाइल फोन पर ऐसे बहुत से सोशल मीडिया के ऐप इंस्टाल रहते हैं, जिनमें वे हर समय उलझे रहते हैं। अब इंग्लैंड की बाथ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के एक नए अध्ययन से यह खुलासा हुआ है कि इन ऐप्स का महज एक हμते तक इस्तेमाल बंद कर देने से डिप्रेशन एवं एंजाइटी कम हो सकती है।

46 से 55.93 यूनिट पर पहुंचा स्वास्थ्य का स्तर

अध्ययन में पाया गया कि जो लोग एक सप्ताह सोशल मीडिया से दूर रहे उनमें वार्विक-एडिनबर्ग मेंटल वेल बिंग पैमाने पर स्वास्थ्य का स्तर 46 से बढ़ कर 55.93 इकाई तक पहुंच गया। इस समूह में डिप्रेशन का स्तर 7.46 से गिर कर 4.84 इकाई तक तथा एंजाइटी की मात्रा 6.92 से गिर कर 5.94 के स्केल पर आ गई। बाथ यूनिवर्सिटी के डॉ. लेंबर्ट ने कहा कि अध्ययन में शामिल लोगों के डिप्रेशन एवं स्वास्थ्य के स्तर में मध्यम दर्जे का सुधार देखा गया वहीं उनके एंजाइटी में भी थोड़ी कमी आई।

इस तरह किया अध्ययन

इस अध्ययन के लिए रिसर्चर्स ने 18 से 72 वर्ष उम्र के 154 लोगों को दो समूहों में बांटा। इनमें से एक समूह को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से दूर रखा गया जबकि दूसरे समूह के लोगों पर ऐसा प्रतिबंध नहीं था। दूसरे समूह के प्रतिभागियों ने प्रति सप्ताह औसतन आठ घंटे तक सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया। इसके बाद मानक परीक्षण के जरिए इन प्रतिभागियों में एंजाइटी एवं डिप्रेशन के स्तर की जांच की गई। ऐसे लोग जो सोशल मीडिया से सात दिनों तक दूर रहे, उन्हें अपने स्वास्थ्य में सुधार की अनुभूति हुई।

कुछ समय दूरी भी जरूरी

रिसर्चर्स की टीम को लीड करने वाले इंग्लैंड की बाथ यूनिवर्सिटी के डॉ. जेफ लेंबर्ट का कहना है कि सोशल मीडिया हमारे जीवन का एक भाग बन चुका है तथा बहुत से लोग तो इसके बिना रह ही नहीं सकते हैं क्योंकि वे इसके जरिए ही दूसरे लोगों के साथ जुड़े रहते हैं। लेकिन यदि आपको ऐसा लगता है कि इस पर घंटों समय बिताने के कारण आपके ऊपर निगेटिव प्रभाव पड़ रहा है तो फिर आपका इससे कुछ समय तक दूर रहना ही उचित रहेगा।