वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा बायोनिक हैंड, जो इशारों से चलेगा

वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा बायोनिक हैंड, जो इशारों से चलेगा

सिडनी। वैज्ञानिकों ने एक खास बायोनिक हाथ बनाया है, जिसे मनचाही कमांड दी जा सकती है। यह दिमाग के इशारे पर काम करता है। इसे बार-बार निकालने या पहनने की जरूरत नहीं पड़ती। अपनी जरूरत के हिसाब से इसे नया काम भी सिखाया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने बायोनिक हाथ को आॅस्ट्रेलिया की पैरालम्पियन जेसिका स्मिथ (37) को सफलतापूर्वक लगाया है। आॅस्ट्रेलियन तैराक जेसिका बिना बाएं हाथ के पैदा हुई थीं। ब्रिटेन में मौजूद ब्रिटिश कंपनी कोववी ने प्रोस्थेटिक हाथ को चुनौती के रूप में लेते हुए महज छह महीने में एक बायोनिक हाथ बना दिया। कंपनी ने जेसिका को अप्रैल, 2022 में इसे लगाया। इसकी मदद से अब वह पानी का गिलास उठाने से लेकर मेकअप करने तक के तमाम काम आसानी से कर सकती हैं।

बायोनिक हाथ में जोड़ा गया है ब्लूटूथ

???? बायोनिक हाथ कंधे के पास से मांसपेशियों में पैदा होने वाली इलेक्ट्रिकल तरंगों के आधार पर संचालित होता है।

???? इससे हाथ वो काम करता है, जो आप मन में सोच रहे होते हैं। जैसे, गिलास पकड़ना, दरवाजे खोलना या अंडों को संभालकर पकड़ना।

???? कंपनी कोववी ने इन हाथों में ब्लूटूथ डिवाइस जोड़ा ताकि, दूर से इसे अपडेट किया जा सके।

मेरे बच्चे अब मुझे समझने लगे हैं आधा रोबोट

इस हाथ से न सिर्फ मेरा जीवन बदला है, बल्कि मेरे तीन बच्चों का भी। मेरे बच्चे समझते हैं कि मैं आधा रोबोट और आधा इंसान हूं। बायोनिक हाथ से मेरा आत्मसम्मान बढ़ा है। यह दिखने में भी खूबसूरत और आधुनिक लगता है। अब मैं अपने हाथ छिपाती नहीं हूं। उसे आराम से खुले में लेकर चलती हूं। - जेसिका स्मिथ, पैरालम्पियन, आॅस्ट्रेलिया