मिसरोद में पांच साल की बच्ची के अपहरण से सनसनी, पुलिस ने आठ घंटे में खोज निकाला

मिसरोद में पांच साल की बच्ची के अपहरण से सनसनी, पुलिस ने आठ घंटे में खोज निकाला

भोपाल । मिसरोद इलाके में रविवार शाम पांच साल की बच्ची के अपहरण की खबर से खलबली मच गई। हालांकि पुलिस ने आठ घंटे के भीतर न सिर्फ बच्ची को बरामद कर लिया, बल्कि आरोपी चौकीदार को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने निर्माणाधीन में मकान में काम करने वाले बच्ची के मां-बाप को काम छोड़कर जाने से रोकने के लिए बच्ची का अपहरण किया था। पुलिस आरोपी से पूछताछ  कर ही है। 
 
थाना प्रभारी निरंजन शर्मा के अनुसार 24 वर्षीय युवक अपनी पत्नी और पांच साल की बेटी के साथ इलाके के निर्माणाधीन मकान पर काम करता है। रविवार शाम करीब चार बजे उसकी बच्ची मकान के पास ही खेलते समय गायब हो गई थी। बच्ची के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच में पुलिस की टीम लगाई गई। टीम ने इलाके में बच्ची को तलाशने का प्रयास किया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। घटनास्थल के पास रहने वाले चौकीदार रामचरण आदिवासी (23) पर संदेह होने पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने पहले तो पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन बाद में अपहरण की बात स्वीकार कर ली। रामचरण ने बताया कि उसने बच्ची को अपने रिश्तेदार संजय नगर मिसरोद में रहने वाले सूरज आदिवासी के घर छोड़ा है। इसके बाद पुलिस सूरज के घर पहुंची, जहां बच्ची सकुशल मिल गई। 

परिवार को रोकने के लिए किया बच्ची का अपहरण

रामचरण ने पुलिस को बताया कि बच्ची का परिवार काम छोड़कर जाने वाला था। वह लोग वहां से नहीं जाएं, इसलिए उसने बच्ची का अपहरण कर रिश्तेदार के यहां छोड़ दिया था। पुलिस ने रात में रामचरण से कई बार बच्ची के बारे में पूछताछ की, लेकिन वह इंकार करता रहा। बाद में उसने बताया कि वह भूल गया था कि उसने बच्ची को कहां छोड़ा है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि सूरज ने रात को रामचरण को फोन लगाकर पूछा था कि बच्ची को उनके यहां छोड़ने की जानकारी उसके परिवार को है, तो उसने कह दिया उन्हें बता दिया है। इसलिए सूरज बच्ची की तरफ से निश्चिंत थे।