पड़ाव आरओबी के नीचे बनेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पार्किंग व बच्चों के लिए होगा पार्क

पड़ाव आरओबी के नीचे बनेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पार्किंग व बच्चों के लिए होगा पार्क

ग्वालियर। प्रदेश भर के आरओबी, एलिवेटेड फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे खाली जगहों को बहुउपयोगी बनाने के निर्देशों की शुरूआत ग्वालियर में हो चुकी है। जिसके चलते नए पड़ाव ब्रिज पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पार्किंग व बच्चों के लिए गार्डन, बुजुर्गों के लिए चेयर व फसाड लाइट की प्लानिंग वाला काम जारी हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव के समाप्त होने पर लोगों को खेल गतिविधियों के लिए नई जगह की सौगात मिलेगी। नगर निगम द्वारा सिंधिया कन्या विद्यालय से राजा मान सिंह चौराहा तक जाने वाले मार्ग पर बने आरओबी के नीचे पहले से लेकर नौवें पिलर तक खाली जगह को उपयोगी बनाने की तैयारी है।

जिसके चलते मौके पर सभी पिलर पर पुट्टी करने का काम किया जा रहा है, इसके बाद पिलरों के बीच में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स व दोनों ओर टू व्हीलर व फोर व्हीलर वाहनों की पार्किंग, गार्डन के साथ पाथ-वे और उसके साथ ही बैठने की चेयर लगाने, दीवारों पर पेंटिंग का काम लगभग 70 लाख की लागत से किया जाएगा। इसके अलावा लगभग एक करोड़ की लागत से फसाड लाइट व विद्युत कार्य होंगे। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले तक यहां सीएनडी वेस्ट व कचरे के ढेर लगा करते थे, जिन्हें निगमायुक्त हर्ष सिंह की पहल पर हटाकर आरओबी के नीचे खाली पड़ी जगह को बहुउपयोगी बनाने के निर्देशों के चलते सौदर्यीकरण करवाया जा रहा है।

बास्केटबॉल व बैडमिंटन कोर्ट जैसे विकल्पों के हैं सुझाव

पीडब्ल्यूडी के पीएस सुखवीर सिंह ने आरओबी के नीचे खाली स्थानों को बहुउपयोगी बनाने के लिए एक साल पहले गाइड लाइन जारी की थी। जिसमें बताया गया था कि खाली जगहों को बास्केटबॉल व बैडमिंटन कोर्ट जैसे विकल्पों पर काम किया जा सकता है, क्योंकि नीचे काफी ऊंचाई तक खाली स्थान मिलता है।

सड़क सुरक्षा का रखना होगा विशेष ध्यान

आरओबी- एलिवेटेड फ्लाईओवर ब्रिजों के नीचे खाली स्थानों को अधिकतम बहुउपयोगी बनाने की प्लानिंग के चलते अलग-अलग तरह के उपयोग से सर्विस रोड व परिवहन में किसी भी प्रकार का अवरोध उत्पन्न न होने, सड़क सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी प्रकार का समझौता न होने देने का विशेष ध्यान देने की हिदायत दी हुई है। जिसके चलते हजीरा से एसकेवी तक जाने वाले मार्ग को फ्री छोड़ा जा रहा है।