बोर्ड परीक्षा रिजल्ट सुधारने सी, डी और ई ग्रेड के विद्यार्थियों पर शिक्षकों का फोकस

बोर्ड परीक्षा रिजल्ट सुधारने सी, डी और ई ग्रेड के विद्यार्थियों पर शिक्षकों का फोकस

जबलपुर। 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट सुधारने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने छात्रों का ग्रेड चिन्हित किया है। दरअसल, मंडल द्वारा तिमाही और अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के अनुसार ए से ई ग्रेड छात्रों को आवंटित किया है। वहीं रिजल्ट सुधारने के लिए शिक्षकों को सी, डी और ई ग्रेड के विद्यार्थियों की अतिरिक्त कक्षाएं लगाने का निर्देश दिया गया है। अब शिक्षक छात्र- छात्राओं की विषय के हिसाब से कमजोरियों को दूर करने पर फोकस किया जा रहा है। ताकि बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट प्रभावित ना हो।

जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूलों के सभी कक्षाओं के रिजल्ट के आधार पर ही छात्र-छात्राओं को चिन्हित किया गया है। अंको के हिसाब से ही पांच कैटेगरी में छात्र-छात्राओं को बांटा गया है। सी, डी और ई ग्रेड वाले छात्र छात्राओं की एक्स्ट्रा क्लासेस के माध्यम से तैयारी करवाई जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने एक्स्ट्रा क्लासेस लगाने के निर्देश जारी किए है। जारी निर्देश के अनुसार 9वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक रेमेडियल कक्षाएं लगाकर पढ़ाए गए पाठ का रिवीजन कराया जाए। तिमाही परीक्षा में जिन सवालों को विद्यार्थी कर नहीं पाए उन्हें आसान से आसान तरीके से समझाने की कोशिश करें। साथ ही कमजोर विद्यार्थियों पर अधिक जोर दिया जाए।

शिक्षकों के तबादले से क्लास पर पड़ा असर

शिक्षकों के मुताबिक अभी हाल में ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत शिक्षकों का तबादला हुआ है। प्रदेश भर के करीब 43 हजार ने मनचाहे जगह पर स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। जिसमें करीब 24 हजार से अधिक लोगों का स्थानांरतरण आदेश जारी किया गया है। बीच सत्र में शिक्षकों के स्थानांतरण से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। कुछ स्कूलों का तो पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हुआ था।

बेस मजबूत करने की कवायद हुई तेज

एमएलबी स्कूल प्राचार्य प्रभा मिश्रा के मुताबिक कोर्स पूरा हो चुका है। विद्यार्थियों के कमजोर विषयों को दूर करने पर फोकस किया जा रहा है। इसी के चलते ही कक्षा 9वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक छात्र-छात्राओं की एक्सट्रा क्लासेस लगाई जा रही हैं। इन क्लासेस के माध्यम से चिन्हित कमजोर छात्र-छात्राओं की विषय के हिसाब से पढ़ाई करवाई जा रही है। मुख्य रुप से गणित, अंग्रेजी और साइंस के बच्चों के कठिन टॉपिक के डाउट को आसान तरीके से समझाने की कोशिश जा रही है।

बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट सुधारने के लिए माशिमं द्वारा इस बार नियम बनाया गया है। जिसका पालन करने सभी प्राचार्यों को विभाग द्वारा निर्देश जारी किया है। राजकुमार वधान, परीक्षा नियंत्रक, शिक्षा विभाग