टूर ऑफ ड्यूटी: युवाओं को मिलेगा चार साल सेना में भर्ती होने का मौका

टूर ऑफ ड्यूटी: युवाओं को मिलेगा चार साल सेना में भर्ती होने का मौका

नई दिल्ली। केंद्र सरकार तीनों सेनाओं में बड़े सुधार और आधुनिकीकरण की दिशा में कदम तेज करने की तैयारी में है। इस दिशा में टूर आॅफ ड्यूटी योजना के तहत युवाओं को सेना से जोड़ने का बड़ा ऐलान किए जाने का संकेत है। टूर आॅफ ड्यूटी योजना 'अग्निपथ' के नाम से जानी जाएगी। तीनों सेनाओं के प्रमुख बुधवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और संभावना है कि इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सैन्य सुधार से जुड़ी महत्वाकांक्षी योजना टूर आॅफ ड्यूटी को तीनों सेनाओं में लागू करने की घोषणा की जाएगी। इस योजना के तहत युवाओं को चार साल के छोटे कार्यकाल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट बुधवार को इस योजना को मंजूरी दे सकती है।

50 हजार जवानों की होगी भर्ती

सैन्य बलों में सुधार के साथ उनके खर्च कम करने के लिहाज से भी टूर आॅफ ड्यूटी योजना को कारगर माना जा रहा है। इस योजना के तहत करीब 50 हजार जवानों की भर्ती होगी और चार साल की नौकरी के बाद इसमें से 75 प्रतिशत लोगों को रिटायर कर दिया जाएगा और 25 प्रतिशत अधिक सक्षम लोग सेना में बने रहेंगे, लेकिन चार साल तक सैन्य सेवा में रहे युवाओं को आगे के वैकल्पिक कॅरियर का रास्ता रहेगा, जिसमें सरकार और सेना उनकी कौशल क्षमता के हिसाब से मदद करेगी।

रेजिमेंट में जाति-धर्म नहीं, देशवासी के तौर पर होगी भर्ती

खास बात ये होगी कि अब सेना की रेजिमेंट में जाति, धर्म और क्षेत्र के हिसाब से भर्ती नहीं होगी, बल्कि देशवासी के तौर पर होगी यानी कोई भी जाति, धर्म और क्षेत्र का युवा किसी भी रेजीमेंट के लिए आवेदन कर सकेगा।

बिपिन रावत का था आइडिया

तत्कालीन सीडीएस जनरल बिपिन रावत सेना के अधिकारियों के लिए टूर आॅफ ड्यूटी प्लान पर काम कर रहे थे, जिसके तहत सेना में अधिकारियों को मात्र तीन साल के लिए सेवाएं देनी थी। लेकिन सीडीएस जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर क्रैश में हुई मौत के बाद से ये योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी, लेकिन फिर से योजना का मूर्तरूप दिया जा रहा है।

ऐसा होगा टूर आॅफ ड्यूटी का प्लान

???? शुरुआत में इसे आर्मी में लागू किया जाएगा। बाद में इसे वायुसेना व नौसेना में भी लागू किया जा सकता है।

???? सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी। चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद कुछ सैनिकों की सेवाएं आगे बढ़ाए जा सकती हैं। बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा।

???? रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं, बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी।

???? टूर आॅफ ड्यूटी के दौरान युवाओं को सेना के जवानों की तरह पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें तैनात भी किया जाएगा।