पश्चिम बंगाल के हुगली में फिर उपद्रव, 3 घंटे बंद रही रेल सेवा

पश्चिम बंगाल के हुगली में फिर उपद्रव, 3 घंटे बंद रही रेल सेवा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा इलाके में सोमवार रात फिर उपद्रव हुआ और बम फेंके गए। असामाजिक तत्वों के उपद्रव के कारण तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक रेल सेवाएं ठप रहीं। इस दौरान कई लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गई। लोकल ट्रेनें बंद होने के कारण हावड़ा से बर्धमान की ओर जाने वाले हजारों दैनिक यात्री भी मुसीबत में पड़ गए और उन्होंने स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात को रिसड़ा स्टेशन के बाद एक बार फिर उपद्रव शुरू हो गया। वहां असामाजिक तत्व बम फेंकने लगे। इससे आम लोगों में भारी आतंक फैल गया। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

हिंसा फैलाने के आरोप में बिहार से युवक गिरफ्तार

बंगाल के हावड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान कथित रूप से बंदूक के साथ देखे गए 19 साल के एक लड़के को बिहार में गिरफ्तार किया गया है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा है कि सुमित साव नाम के इस व्यक्ति को बिहार के मुंगेर से पकड़ा गया है। टीएमसी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि सुमित बीजेपी से जुड़ा हुआ है। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें कथित तौर पर सुमित बंदूक से साथ दिख रहा था। उन्होंने लिखा था कि वीडियो में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का दंगाबाजी फॉमूर्ला नजर आ रहा है। हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों से इनकार किया था। रामनवमी के मौके पर बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा में कई लोग घायल हो गए थे।

इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी ने उठाए सवाल

इस्लामिक देशों के संगठन आगेर्नाइजेशन आफ इस्लामिक कोआपरेशन ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा है कि भारत में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान मुसलमानों को निशाना बनाया जाना चिंताजनक है। ओआईसी ने कहा है कि भारत के कई राज्यों में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा हुई है और अतिवादी हिन्दुओं की भीड़ ने मदरसों के अलावा लाइब्रेरी को आग के हवाले कर दिया। ओआईसी ने बिहार के बिहारशरीफ में हुई हिंसा का हवाला दिया है। ओआईसी ने कहा, ओआईसी महासचिव इन उकसाने वाली हिंसक घटनाओं की निंदा करते हैं। ये हिंसक घटानाएं बढ़ते इस्लामोफोबिया के ज्वलंत उदाहरण हैं। भारत में मुसलमानों को व्यवस्थित रूप से निशाने पर लिया जा रहा है। ओआईसी भारत से इस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग करता है।