कारोबारी सप्ताह के पहले दिन निवेशकों के 4 लाख करोड़ डूबे

कारोबारी सप्ताह के पहले दिन निवेशकों के 4 लाख करोड़ डूबे

नई दिल्ली। भारत में कारोबारी सप्ताह के पहले ही दिन शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1172 प्वांइट यानी लगभग दो फीसदी गिर कर 57166 पर बंद हुआ, जबकि निμटी 302 प्वाइंट नीचे गिरकर 17,173 पर बंद हुआ। इस गिरावट की वजह से निवेशकों के लगभग चार लाख करोड़ रुपए डूब गए। आईटी, बैंक, फाइनेंशियल, रियल्टी और टेलीकॉम सेक्टर के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि आॅटो, पॉवर, एफएमसीजी और मेटल शेयरों में खरीदारी हुई। सेंसेक्स के मिड कैप और स्मॉल कैप दोनों में 200 अंक से ज्यादा की गिरावट रही। सबसे अधिक गिरावट इन्फोसिस और एचडीएफसी में दर्ज की गई। आईटी सेक्टर का इंडेक्स 5 फीसदी वहीं बैंक, टेलीकॉम और फाइनेंशियल सेक्टर इंडेक्स दो-दो फीसदी गिर गए। यूक्रेन संकट के कारण कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी और रूस पर प्रतिबंध और बढ़ाने की आशंका के अलावा फेड रिजर्व की ओर से ब्याज दर बढ़ाने की संभावना ने ग्लोबल मार्केट को प्रभावित किया है। इस गिरावट ने भारतीय बाजार को प्रभावित किया है।

आगे और गिरावट आने के आसार

इक्विटी 99 के शोध प्रमुख राहुल शर्मा ने कहा, लंबे सप्ताहांत के बाद मानक सूचकांक में दो प्रतिशत की गिरावट आई। गिरावट का मुख्य कारण इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक का वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं होना है। इसके अलावा रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने से भी बाजार पर प्रभाव पड़ा है। देश में कोविड के बढ़ते मामलों और बढ़ती मुद्रास्फीति को लेकर पूरी दुनिया में चिंता के बीच हमारा अनुमान है कि बाजार में आने वाले दिनों में और गिरावट आ सकती है। महंगाई 4 माह के उच्च स्तर पर : इस बीच, रूस-यूक्रेन युद्ध से वैश्विक आपूर्ति व्यवस्था बाधित होने के चलते कच्चे तेल और अन्य जिंसों के दाम बढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च महीने में चार माह के उच्चस्तर 14.55 प्रतिशत पर पहुंच गई।