परीबाजार के 40 जर्जर सरकारी मकानों को कराया खाली, निकाले खिड़की दरवाजे

परीबाजार के 40 जर्जर सरकारी मकानों को कराया खाली, निकाले खिड़की दरवाजे

भोपाल।  भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) की 8 साल पुरानी परीबाजार की रि-डेंसीफिकेशन योजना   का काम तीन दिन पहले शुरू हो गया है। इन तीन दिनों में रामनगर-परीबाजार क्षेत्र के 40 जर्जर सरकारी आवासों को चिन्हित कर उन्हें खाली करा लिया गया है। यही नहीं जो जो मकान खाली होते जा रहे हैं, उनके खिड़की दरवाजे, ग्रिल आदि सब निकलवा दिए गए हैं। अब ये मकान पूरी तरह खंडहर की श्रेणी में आ गए हैं। आगामी दिनों में इन्हें तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी रविवार को एसडीएम मनोज उपाध्याय ने दी। उन्होंने बताया कि बीडीए, जिला प्रशासन, नगर निगम के सहयोग से परीबाजार के जर्जर भवनों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। यह फ्लैटनुमा मकान है, एक मकान में चार फ्लैट हैं, अधिकतम 100 आवासों को तोड़ने की कार्रवाई होगी। कार्रवाई से पहले चारों ओर तार फेंसिंग कर दी जाएगी, ताकि आवासों को तोड़ने के दौरान कोई जनहानि न हो। इधर बीडीए के अधिकारियों का कहना है कि सभी भवनों को तोड़ने की कार्रवाई एक-एक कर की जाएगी। भवनों को तोड़ने से के लिए खासा अहतियात बरता जा रहा है ताकि कोई घटना न हो। पुराना शहर घनी आबादी वाला क्षेत्र हैं। 

- बीते तीन दिनों से बीडीए, जिला प्रशासन और नगर निगम चला रहा अभियान
- परीबाजार रि-डेंसीफिकेशन योजना के तहत प्रोजेक्ट का काम हुआ शुरू, जल्द टूटेंगे मकान 

यह है मामला - भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) की 8 साल पुरानी परीबाजार की रि-डेंसीफिकेशन योजना का काम शुरू हो गया है। पुराने शहर के परी बाजार क्षेत्र में बने 350 पुराने जर्जर मकान तोड़े जाएंगे और उस जगह पर 450 नए मकानों की कॉलोनी वाला कैम्पस बनाया जाएगा। यही नहीं यहां की सड़कें भी चौड़ी होंगी। बीडीए के अधिकारियों की माने तो 450 मकानों में से 128 मकान पुलिस के जवानों के लिए बनेंगे। यह मकान मल्टीस्टोरी फ्लैट होेंगे। इससे स्पेस की कम उपयोग होगा तथा कॉलोनी भी व्यवस्थित बनेगी। यहां बनाए जा रहे पूरे मकान कवर्ड कैम्पस में रूप में होंगे।