प्रोजेक्ट मुस्कान से 64% कुपोषित बच्चों का बढ़ा वजन
भोपाल। ‘जिद से हर काम संभव है’, इस कहावत को बुरहानपुर में साकार किया जा रहा है। कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच ने प्रोजेक्ट मुस्कान के नाम से नवाचार करते हुए जिले में करीब 2624 कुपोषित और कम वजन के बच्चों को स्वस्थ करने का बीड़ा उठाया है। एक जून से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में अब तक 33 फीसदी अति कुपोषित बच्चे सामान्य श्रेणी में आ गए हैं और करीब 64 प्रतिशत बच्चों के वजन में बढ़ोतरी हो रही है। इस नवाचार को कलेक्टर ने शासन स्तर पर भेजा है। संभावना है कि अन्य जिलों में भी कार्यक्रम को बढ़ाया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह ने एक साल में मप्र को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने की बात कही है। इसके बाद कलेक्टरों ने जिलों में नवाचार शुरू किए। प्रोजेक्ट मुस्कान में महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, जिला प्रशासन, प्रमुख नागरिकों, उद्योगपतियों व रेडक्रॉस का सहयोग लिया जा रहा है।
इस तरह से शुरू हुआ प्रोजेक्ट मुस्कान
91 गंभीर एनिमिक बच्चों को ब्लड ट्रांसμयूजन किया।
46 सेरेबल पॉलसी से ग्रसित बच्चों के लिए फीजियोथैरेपिस्ट नियुक्त किए।
10बच्चे दिल की बीमारी से ग्रसित होने पर अलग से इलाज प्रारंभ।
16 टीबी से ग्रसित बच्चों का इलाज शुरू हुआ।
???? अधिकांश बच्चों की माताएं एनिमिक मिलीं, जिन्हें दवाइयां और पौष्टिक भोजन दिया गया।
ये आए सफल परिणाम
एनआरसी में दो चरणों में भर्ती हुए बच्चे - 507
पहले चरण में भर्ती हुए-236
इनमें अति कुपोषित से सामान्य हुए
41 (17%) अति कुपोषित से मध्यम में आए
79 (33%) बच्चों में सुधार हो रहा-27
समुदाय आधारित प्रगति
चिह्नित किए गए कुल बच्चे- 2,117
बच्चों का वजन बढ़ा 1,373 (63.48%)
अन्य सुधार हुआ- 78(23.5%) र
मध्यम कुपोषित से सामान्य हुए 666 (37%)
प्रोजेक्ट मुस्कान से बुरहानपुर में अच्छे परिणाम आए हैं। इसकी जानकारी एसीएस महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजी है। उम्मीद है कि कुपोषित और कम वजन के बच्चे सामान्य श्रेणी में आएंगे।-प्रवीण सिंह अढायच, कलेक्टर, बुरहानपुर