LAC पर निगरानी के लिए सेना को मिलेंगे ताकतवर ‘भारत’ ड्रोन

LAC पर निगरानी के लिए सेना को मिलेंगे ताकतवर ‘भारत’ ड्रोन

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण की कोशिशों के बाद चीन पर रहा-सहा भरोसा भी खत्म हो चुका है। यही कारण है कि अब भारत, चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के साधन दुरुस्त कर रहा है। इसी क्रम में देश में ही विकसित बेहद ताकतवर ड्रोन सेना को सौंपे जा रहे हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (बीआरडीओ) में निर्मित ड्रोन का नाम ‘भारत’ दिया गया है] जो ऊंचाई वाले इलाकों और पहाड़ी क्षेत्रों की निगरानी में अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन करता है। यही वजह है कि भारत ड्रोन को पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी पर ही निगरानी के लिए रखा जा रहा है। बात दें कि गलवान में 16 जून को चीन से झड़प में 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद से सेना का फोकस उत्तरी सेक्टर पर है। पूर्वी लद्दाख में भारतीय नौसेना के पी- 81 निगरानी विमान लगातार मंडरा रहे हैं। अब समुद्री युद्धक विमान एमआईजी- 29के को भी ऑपरेशन में लगाने की तैयारी है। वहीं सरकारी सूत्रों ने कहा, मिग-29के फाइटर एयरक्राट को नॉदर्न सेक्टर में एयरफोर्स बेस पर तैनात किए जाने की योजना बन रही है। उनका इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अभियानगत उड़ानों के लिए किया।

दोस्त और दुश्मनों के बीच आसानी से कर लेता है अंतर

सूत्रों ने बताया कि यह एक छोटा, लेकिन बेहद ताकतवर ड्रोन है जो किसी भी स्थान की निगरानी करते वक्त बेहद सटीक जानकारी देता है। एडवांस रिलीज टेक्नोलॅजी के साथ इसकी यूनिबॉडी बायोमिमेटिक डिजाइन से सर्वोच्च स्तर की निगरानी होती है। आर्टिलफिशियल इंटेलिजेंस से लैस भारत ड्रोन दोस्तों और दुश्मनों में आसानी से अंतर कर लेता है और इसी के अनुकूल ऐक्शन भी लेता है।

ड्रोन का डिजाइन ऐसा है कि रेडार की पकड़ में नहीं आएगा

पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के बीच भारतीय सेना को सटीक निगरानी के लिए ड्रोनों की जरूरत है। इसे पूरा करने के लिए डीआरडीओ ने सेना को भारत ड्रोन्स दिए हैं। यह ड्रोन इस तरकीब से बनाया गया है कि इसे रेडार की पकड़ में लाना असंभव है। इस तरह के ड्रोन दुनिया के टॉप देशों के पास ही हैं, लेकिन ‘भारत’ ड्रोन में जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, वो बेहद ताकवर ड्रोन होगा।

दुनिया के सबसे चालाक ड्रोन्स में होता है इनका शुमार‘

भारत’ ड्रोन डीआरडीओ के चंडीगढ़ स्थित प्रयोगशाला में विकसित किए गए हैं। अब इन ड्रोनों को लिस्ट करवाने की योजना है। डीआरडीओ के सूत्रों ने कहा, भारत सीरीज के ड्रोनों को दुनिया के सबसे चालाक, मुस्तैद, फुर्तीला और हल्के सर्विलांस ड्रोन के रूप में लिस्ट करवाया जा सकता है। इसे डीआरडीओ ने तैयार किया है।