मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और 24 मंत्रियों की उम्मीदवारी घोषित, 7 की उड़ी नींद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और 24 मंत्रियों की उम्मीदवारी घोषित, 7 की उड़ी नींद

भोपाल। चुनावी शंखनाद के साथ ही भाजपा ने अपने 57 उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी। ये सभी विधायक हैं, दो अपवाद छोड़ सभी को उनके क्षेत्र से ही मैदान में उतारा गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पारंपरिक बुधनी सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। सूची में 24 मंत्रियों सहित विस अध्यक्ष गिरीश गौतम का भी नाम है। इसमें 5 महिलाओं सहित ज्यादातर बड़े नेताओं के नाम हैं। लिस्ट में 7 मंत्रियों का नाम न होने से उनकी नींद उड़ गई है। पूर्व में घोषित 79 उम्मीदवारों सहित भाजपा अब तक 230 सीटों में से 136 नामों का ऐलान कर चुकी है। उम्मीद के विपरीत इस सूची में चौंकाने वाला एलिमेंट नजर नहीं आया। अभी 94 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होना बाकी है। बुंदेलखंड के पांचों मंत्रियों- गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गोविंद राजपूत, बृजेंद्र प्रताप सिंह और राहुल लोधी सहित भोपाल के नरेला से विश्वास सारंग, कमल पटेल हरदा, दतिया से गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और विजयराघवगढ़ से संजय पाठक का नाम यथावत है। आदिवासी बहुल जैतपुर व जयसिंह नगर सीट पर मनीषा सिंह और जयसिंह मरावी के बीच आपस में बदल दी गई है।

नेता पुत्रों का इंतजार बढ़ा:

उम्मीदवारों में नेता पुत्रों के नाम नहीं हैं। उन्हें अभी और इंतजार करना होगा। इन युवाओं में कार्तिकेय सिंह, अभिषेक भार्गव एवं सुकर्ण मिश्रा के नामों की चर्चा थी।

चाचा-भतीजे का नाम:

भाजपा की अब तक की चारों सूचियों में परिवारवाद और उम्र का क्राइटेरिया शिथिल हो गया। उम्र का फार्मूला भी नहीं चला, पार्टी ने उम्रदराज नेताओं पर भी भरोसा जताया है। भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह का नाम पहले घोषित हो चुका जबकि अब रामपुर बघेलान से उनके भतीजे विक्रम सिंह की उम्मीदवारी का ऐलान किया गया है।

यशोधरा और गौरीशंकर बिसेन का मामला:

मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया स्वास्थ्य संबंधी कारणों से पहले ही चुनाव लड़ने से इंकार कर चुकी हैं, जबकि गौरीशंकर बिसेन ने पार्टी के समक्ष इस बार अपनी बेटी मौसम बिसेन का नाम आगे बढ़ाया है। इन दोनों मंत्रियों के क्षेत्र में अभी टिकट का ऐलान नहीं हुआ है। पार्टी हाईकमान ने इन दोनों सीटों का निर्णय होल्ड पर रख दिया

7 मंत्रियों की सांसें अटकीं

सूची में शिवराज कैबिनेट के 7 मंत्रियों के नाम न होने से उनकी नींद उड़ गई है। इनमें महेंद्र सिंह सिसोदिया, इंदरसिंह परमार, उषा ठाकुर, रामखेलावन पटेल, बृजेंद्र सिंह यादव, ओपीएस भदौरिया और सुरेश धाकड़ शामिल हैं।