रूस-यूक्रेन युद्ध का असर, 1.4 करोड़ यूके्रनियों ने छोड़ा अपना देश

रूस-यूक्रेन युद्ध का असर, 1.4 करोड़ यूके्रनियों ने छोड़ा अपना देश

न्यूयॉर्क। रूस-यूक्रेन युद्ध ने लगभग 1.40 करोड़ लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया है। इससे दुनिया भर में शरणार्थियों और विस्थापित लोगों की संख्या में 10 करोड़ 30 लाख से अधिक की वृद्धि हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इसके कारण दुनियाभर में शरणार्थियों और विस्थापित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 10.3 करोड़ से अधिक हो गई है। रूस ने फरवरी में यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया था। यूएन के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रैंडी ने परिषद को बताया कि यूक्रेन अत्यंत कठिन परिस्थितियों में दुनिया की सबसे कठोर सर्दियों में से एक का सामना करने जा रहा है। इसमें नागरिकों के लिए बुनियादी ढांचों का निरंतर विनाश भी शामिल है। ग्रैंडी ने कहा कि बहुत कुछ किया जाना चाहिए, जिसकी शुरुआत इस संवेदनहीन युद्ध की समाप्ति से होनी चाहिए।

जैविक हथियारों के मुद्दे पर रूस ने पेश किया प्रस्ताव

रूस-यूक्रेन जंग के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में रूस के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें भारत की तटस्थ भूमिका रही। रूस ने यूक्रेन-अमेरिका द्वारा युद्ध में जैविक हथियारों के इस्तेमाल करने का दावा किया था। इसकी पड़ताल के लिए जांच आयोग बनाने संबंधी मसौदा प्रस्ताव पर हुए मतदान में भारत समेत दस देशों ने हिस्सा नहीं लिया। यह प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया, क्योंकि परिषद के केवल दो सदस्यों रूस और चीन ने इसके पक्ष में मतदान किया, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इसके खिलाफ मतदान किया। वहीं भारत सहित अन्य सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।

संघर्ष का असर, इथियोपिया से 8.50 लाख लोग विस्थापित हुए

ग्रैंडी ने वर्ष की पहली छमाही में विस्थापित हुए 850,000 से अधिक इथियोपियाई लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उस देश के उत्तरी टाइग्रे क्षेत्र में संघर्ष में हालिया वृद्धि का नागरिकों पर और भी अधिक विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। यूएन शरणार्थी एजेंसी म्यांमार में भी है, जहां देश के सैन्य शासकों के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध हो रहा है।

रूस ने मित्र देशों के बीच उड़ानें बढ़ार्इं, 335 यात्रियों को लेकर प्लेन पहुंचा श्रीलंका

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मास्को और मित्र देशों के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है। वहीं गुरुवार को रूस ने श्रीलंका के लिए सबसे बड़ी चार्टर एयरलाइन सेवाएं फिर से शुरू कीं। अजूर एयर का एक विमान 335 यात्रियों के साथ यहां भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। रूसी दूतावास ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने रूस सरकार को रूस और मित्र देशों के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया।

अमरनाथ बोले- हम जैविक हथियार सम्मेलन को अत्यधिक महत्व देते ह

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर ए. अमरनाथ ने बताया कि भारत जैविक हथियार सम्मेलन (बीडब्ल्यूसी) को अत्यधिक महत्व देता है, जो जनसंहार के हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाली पहली भेदभाव रहित निरस्त्रीकरण संधि है। हम बीडब्ल्यूसी की प्रभावशीलता को बढ़ाने और उसे पूरी तरह से लागू करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह बीडब्ल्यूसी को मजबूत करने और अन्य देशों द्वारा इसके क्रियान्वयन के लिए जरूरी है।