बिजली उपभोक्ताओं पर पडेगी मार, 30 नहीं 40-45 दिन का बिल देना होगा

बिजली उपभोक्ताओं पर पडेगी मार, 30 नहीं 40-45 दिन का बिल देना होगा

ग्वालियर।कोरोना के इस काल में इमानदारी से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है इस बार सरकार की घोषणा के वजह से ऐसे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त मार पड़ने वाली है जिनके घर पर एक किलो वाट से अधिक का कनेक्शन है। दरअसल प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक किलो वाट या इससे कम लोड वाले उपभोक्ताओं के मार्च से लेकर सितंबर तक के बिल स्थगित करने और सितंबर से वर्तमान बिल भरने की सुविधा की घोषणा की जिसकी वजह से करीब 50 हजार उपभोक्ताओं पर इस बार अतिरिक्त मार पड़ सकती है। सरकार की घोषणा के बाद मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को अपना सॉफ्टवेयर अपडेट करना पड़ रहा है और घोषणा में आने वाले उपभोक्ताओं का पुराना बकाया बिल में हटाना पड़ रहा है। सॉफ्टवेयर अपडेट की वजह से स्पॉट बिलिंग का काम रूक गया है। जिसकी वजह से जिन उपभोक्ताओं को 24-30 के बीच मिल जाता था उन्हें अभी तक बिल नहीं मिला और ऐसे उपभोक्ताओं को अब 40 से 45 दिनों की यूनिट का बिल मिलेगा। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में बिजली कंपनी 0 से 30 यूनिट तक 325 एनर्जी चार्ज, 31 से 50 यूनिट तक 405 रूपए एनर्जी जार्च, 51 से 150 तक 495 एनर्जी चार्ज एवं 151 से 300 यूनिट तक 630 रुपए और 300 से अधिक यूनिट की खपत पर 650 रुपए के अलावा फिक्सचार्ज, लोड, मीटर किराया सहित सभी बढ़ जाते हैं।

शिविर में बिल माफ कराने पहुंचे उपभोक्ता

प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्राी प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देश पर बिजली कंपनी ने विभिन्न जगह विद्युत शिकायत निवारण शिविर लगाए जा रहे है। इसी के तहत शनिवार को फूलबाग एवं तानसेन जोन पर शिकायत निवारण शिविर आयोजित किए गए। उपमहाप्रबंधक पीके हजेला ने बताया कि फूलबाग जोन पर 20 उपभोक्ता अपना पुराने बिल लेकर पहुंचे कि सरकार ने उनका बिल माफ कर दिया है , लेकिन उन्हे सरकार की योजना के बारे में जानकारी देकर संतुष्ट किया गया, इसी प्रकार तानसेन जोन पर भी 19 उपभोक्ता अपनी समस्या लेकर पहुंचे। ग्वालियर रीजन के अंतर्गत कुल 258 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 204 शिकायतों को मौके पर ही निराकृत कर दिया गया। शिकायत निवारण शिविरों में अधिक बिल राशि की 351, बिल प्राप्त न होने की 28, गलत रीडिंग की 96, नवीन कनेक्शन की 32, भार वृद्धि की14, विद्युत प्रदाय की 44, देरी से रीडिंग की एक, आॅनलाइन संबंधी 5 एवं अन्य 120 शिकायतें प्राप्त हुई।