समर्थकों को रिझाने गन-गोली की मदद ले रहे हैं माननीय
ग्वालियर। विधानसभा चुनाव में 150 दिन का समय बाकी है इसीलिए माननीय लोगों ने समर्थकों को जान का खतरा बताकर गन-गोली की मदद के लिए शस्त्र लाइसेंस बनवाने कलेक्टर पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वैसे भी वर्ष 2022 में 1266 शस्त्र लाइसेंस जिलेभर में बन चुके हैं।
जिले में कुल शस्त्र लाइसेंस की संख्या 33083 है। शस्त्रों की बढ़ती हुई डिमांड को लेकर एडीएम कार्यालय के बाहर शस्त्र लाइसेंस, ट्रांसफर और नौकरी के लिए आवेदन करने पर रोक लगाई है। इस तरह का आवेदन चस्पा किया गया है। शस्त्र शाखा तथा अपर जिला दंडाधिकारी एचबी शर्मा के दफ्तर के बाहर यह नोटिस चस्पा किया गया है। चूंकि जिले में 33083 लाइसेंस बन चुके हैं, इसलिए शस्त्र शाखा के बाहर नवीन शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने की रोक लगाई गई है। अब तक बन चुके लाइसेंसों में शस्त्र धारक महिलाएं कितनी हैं इसकी छंटनी की जा रही है।
ऑनलाइन देख सकेंगे शस्त्र लाइसेंस के आवेदन
प्रदेश के गृहमंत्रालय द्वारा शस्त्रधारकों की संख्या, महिला शस्त्र धारक और हाल ही में 18 वर्ष के नव वयस्कों के लिए कितने लाइसेंस बन चुके हैं और आचार सहिता लगने से पहले कितने और लाइसेंस बनाए जाना प्रस्तावित हैं, इस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्वालियर से लेकर भोपाल और दिल्ली तक अधिकारियों की नजर गढ़ी हुई है।
शस्त्र शाखा में आवेदन
लेकर घुस रहे लोगशस्त्र शाखा में मनाही के बाद भी लोग आवेदन लेकर घुसते हुए बुधवार को देखे गए हैं। यह लोग शस्त्र शाखा तक आए, अपने लाइसेंस के बारे में पूछा और शाखा के कर्मचारी को आवेदन की प्रति पकड़ाई और चले गए। शस्त्र शाखा के बाहर नए आवेदनों पर रोक के लिए नोटिस भवन के बाहर चस्पा किया गया ।
लाइसेंसी बंदूक से हर्ष फायर , वीडियो वायरल
शादी-समारोह में हर्ष फायर की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रहा है। बुधवार को डबरा में एक शादी समारोह के दौरान एक युवक ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से हर्ष फायर ठोक दिया। इसका वीडियो पुलिस तक पहुंच गया है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें सरेआम युवक डीजे पर डांस करते हुए फायर ठोकता नजर आ रहा है जबकि जिला प्रशासन द्वारा इस पर रोक लगाई गई है इसके बाद भी ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।
क्या हम भिण्ड-मुरैना के किसी गांव को पानसिंह तोमर का गांव बनाना चाहते हैं। इसीलिए नवीन शस्त्र लाइसेंस के आवेदन स्वीकृत करने पर रोक लगाई है। ग्वालियर में तेजी से लाइसेंस मांगने वालों की संख्या बढ़ी है। अक्षय कुमार सिंह,कलेक्टर
लोकतंत्र में आवेदन देने से किसी को रोका नहीं जा सकेगा। शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन देना स्वीकार करना होगा। अब आवेदन के आधार पर उसे स्वीकार्य किया जाए या नहीं यह अधिकार प्रशासकीय अधिकारी के पास सुरक्षित रखना होगा। प्रवीण पाठक,विधायक